कौन लेगा खबर देने वालो की खबर भाग-2


बहुत समय हो गया कुछ ऐसा नहीं लिख पाया की आपको लगे की मैं अपने वादे पर खरा उतर रहा हूँ. अब देखो ना कुछ समय पहले मैंने एक पोस्ट लिखी थी की कौन लेगा खबर देने वालो की खबर. साथ ही अपने पाठको से वादा भी किया था की खबर देने वालो की खबर आप तक पहुंचाता रहूँगा. लेकिन कुछ समस्याओ के करण मैं ऐसा नहीं कर पाया जिसका मुझे खेद है. ऐसा नहीं है की मैंने अपनी इस पोस्ट को नहीं लिखने का मन बना लिया है या अब नहीं लिखूंगा. इतना जरुर है की इस इंतजार में जरुर था की कुछ ऐसा हो की आपको भी लगे की मेरी बात में कुछ सच्चाई है. हाल ही में हिसार में ऐसा कुछ हुआ की लगने लगा की खबर देने वालो की खबर लेने वाला कोई चाहिए. जिससे लगे की अगर हम कुछ गलत कर रहे है तो हमको भी किसी को जवाब देना है. ऐसा नहीं हो की हर कोई यह सोचने लग जाये की पत्रकार है कुछ ऐसा-वैसा नहीं लिख दे.
बीते दिनों हिसार में भी कुछ ऐसा ही वाकया हुआ. जहा एक नटवर लाल पुलिस के हाथों चढ़ गया वही वह फर्जी पत्रकार भी निकला. घटना कुछ इस तरह हुई की किसी को पता ही नहीं चला की जो नटवर लाल पत्रकार होने की एवज में उनसे 20 हजार रूपए मांग रहा है वह फर्जी पत्रकार है. लेकिन कुछ ही समय में उसकी खबर ले ली गई जब उसका लालच बढ़ने लगा. हुआ यूँ की राजेन्द्र नमक एक युवक हिसार के एक पट्रोल पम्प पर एक खबरिया चैनल का पत्रकार बन कर आया और तेल की जांच करने की बात कहीं. साथ ही उसने दबाव बनाने के लिए पम्प का रिकार्ड भी चैक करने का जिक्र छेड़ दिया. जब पम्प पर काम करने वाले युवको ने उसकी सच्चाई जानने की कोशिश की तो उसने कहा की अगर तुम यह खबर रुकवाना चाहते हो तो 20 हजार रूपए लगेंगे. साथ ही उसने कहा की अन्य पट्रोल पम्प से मैं एक-एक लाख लेता हूँ.
उसकी इस बात पर पम्प प्रबंधक को कुछ शक हुआ और इसकी सुचना पुलिस को दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच में पाया की जहाँ यह युवक फर्जी पत्रकार है वही इससे पहले भी यह पत्रकार का रौब दिखा कर मोटी रकम हड़प चुका है. यहाँ पहलू सिर्फ इतना है की क्या वाकई पत्रकार सिर्फ इस काम के लिए पत्रकारिता करते है. या रौब को दिखा कर कोई भी इंसान आज फर्जी पत्रकार बन कर अपनी जेब गर्म कर सकता है. और सामने वाला यह सोच कर उसकी बात मान लेता है की कुछ उल्टा-सीधा ना लिख दे इसलिए जैसा कहता है वैसा कर लेने में ही भलाई है. इसलिए आज जरुरी है की खबर लेने वालो की खबर हमको ही लेनी होगी वरना वो दिन दूर नहीं जब चौथे स्तम्भ का दर्जा प्राप्त इस पेशे से जनता का भरोसा उठने लगेगा.

पिछली पोस्ट पढने के लिए हैड लाइन पर क्लिक करें. 
कौन लेगा खबर देने वालों की खबर

Related Articles :


Stumble
Delicious
Technorati
Twitter
Facebook

0 आपकी गुफ्तगू:

Post a Comment

अंग्रेजी से हिन्दी में लिखिए

तड़का मार के

* महिलायें गायब
तीन दिन तक लगातार हुई रैलियों को तीन-तीन महिला नेत्रियों ने संबोधित किया. वोट की खातिर जहाँ आम जनता से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं छोड़ा वहीँ कमी रही तो महिलाओं से जुड़े मुद्दों की.

* शायद जनता बेवकूफ है
यह विडम्बना ही है की कोई किसी को भ्रष्ट बता रह है तो कोई दूसरे को भ्रष्टाचार का जनक. कोई अपने को पाक-साफ़ बता रहे है तो कोई कांग्रेस शासन को कुशासन ...

* जिंदगी के कुछ अच्छे पल
चुनाव की आड़ में जनता शुकून से सांस ले पा रही है. वो जनता जो बीते कुछ समय में नगर हुई चोरी, हत्याएं, हत्या प्रयास, गोलीबारी और तोड़फोड़ से सहमी हुई थी.

* अन्ना की क्लास में झूठों का जमावाडा
आज कल हर तरफ एक ही शोर सुनाई दे रहा है, हर कोई यही कह रहा है की मैं अन्ना के साथ हूँ या फिर मैं ही अन्ना हूँ. गलत, झूठ बोल रहे है सभी.

* अगड़म-तिगड़म... देख तमाशा...
भारत देश तमाशबीनों का देश है. जनता अन्ना के साथ इसलिए जुड़ी, क्योंकि उसे भ्रष्टाचार के खिलाफ यह आन्दोलन एक बहुत बड़ा तमाशा नजर आया.
a
 

gooftgu : latest news headlines, hindi news, india news, news in hindi Copyright © 2010 LKart Theme is Designed by Lasantha