
यही कारण है की बीते कुछ समय से हरियाणा सहित देश में जो मामले उभर कर आए है उन्हें देख कर तो ऐसा ही लगता है । हिसार के बरवाला में पूर्व विधयक रेलूराम की लड़की ने अपने माता पिता सहित पूरे परिवार को मात्र इसलिए मौत के घाट उतर दिया की उसको अपने पिता की अरबो रुपए की प्रोपर्टी चाहिए थी । जबकि समय समय पर अपनी ममता का गला गोंट कर माँ अपने बच्चो को कभी कूडे के ढेर में जिन्दा तो कभी मार कर फैक देती है । बीते दिनों भिवानी के गाँव कालूवास में भी ऐसी ही एक हर्दय विदारक घटना को अंजाम दिया गया । दो पिताओ ने अपनी अपनी पुत्रियों को दिवाली के दिन मिटटी का तेलडाल कर जिन्दा जला दिया था । एक अन्य मामले में हिसार के मात्रश्याम के पूर्व सरपंच ने भी अपने पूरे परिवार को इसलिए जला कर खत्म कर दिया था की उसके किसी अन्य महिला से शारीरिक सम्बन्ध थे ।
अब एक और मामले में पिता ने तांत्रिक के कहने पर अपनी बेटियों का मात्र इसलिए शारीरिक शोषण किया की उसको अमीर बनना था । मुंबई निवासी हंसमुख राठौड़ अपनी 21 और 15 साल की पुत्री का 9 साल से बलात्कार कर रहा था । कहने को तो पुलिस ने पिता और तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस घटना से मेरे पहलु को और अधिक बल मिला है की अपराधी आज घर में ही है और रिश्ते ही आज रिश्तो को दागदार कर रहे है ।
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