राजनितिक देवियों का है अपना ही वजूद


आने वाले लोकसभा चुनावो के मद्देनज़र सरगर्मिया अपने रम पर हैजोड़-तोड़, रूठना-मनाना, बनना-बिगड़ना और मिलने-बिछड़ने के खेल से सभी राजनीतिज्ञों को आज दो-चार होना पड़ रहा हैकिसी को प्रधानमंत्री की कुर्सी प्यारी है तो किसी को मंत्री की तो कोई सांसद बनना चाह रहा हैमतलब आज हर कोई इसी खेल में उलझा हुआ नज़र हा हैयही कारण है की आज चहु और राजनीति हो रही हैलेकिन मजेदार बात तो यह है की जो हो रहा है वो आप सभी को समय समय पर दिखाई या सुनाई दे रहा हैइन सब से दूर जो आवाज़ अभी नही रही वो आने वाले समय में या अंदर खाते जरुर हलचल में हैल्दी कीजिये बता रहा हु क्योकि मेरा मकसद ही यही है की मै समय समय पर आपको समाचारों से दूर ले जाकर कुछ ऐसी गुफ्तगू करू की आप को समाचार का दूसरा पहलु भी समझ सकेजी हा में बात कर रहा हु राजनीति की देवियों कीजिनकी आवाज़ अभी तो कानो में नही पड़ रही लेकिन प्रत्येक दल की ये देविया समय समय पर अपने करतबों से चुनावो के दिनों में एक अमिट छाप अवश्य छोड़ जाती हैयही करण है की चुनावो तक ये सभी देविया अक्सर चुप दिखाई देती है या फिर दिखाई ही नही देतीलेकिन भीतर ही भीतर इनकी कारगुजारिया चालू रहती हैफिर चाहे भाजपा की सुषमा स्वराज हो या तृणमूल कांग्रेस की ममता बनेर्जीजय ललिता की आवाज़ भी जहा कम सुनाई देती है वही वसुंधरा राजे सिंधिया भी कम ही दिखाई देती हैऐसा नही है की चुनावो के दिनों में ही ऐसा होता हैअक्सर ये सभी अंदर खाते ही अपनी गतिविधियों को अंजाम देती हैफिर चाहे किसी को मनाना हो या किसी से जोड़-तोड़ करना होकुल मिला कर प्रत्येक चुनावो में इनकी भूमिका अहम् होती है

ये भी कुछ कम नही

हम बात करे सोनिया गाँधी और मायावती की तो ये दोनों देविया तो आज राजनीती के उस शीर्ष पर बैठी है की अगर इनकी आवाज़ नही आए तो पता ही नही लगता की देश में राजनीति हो रही हैलेकिन् इनके अलावा राजनितिक हस्तियों में शुमार और भी कई दिग्गज देविया है जो समय समय पर अपने क्रिया-कलापों से जनता की नज़रो में रहती हैसुषमा स्वराज, उमा भारती, जय ललिता, ममता बनर्जी के अतिरिक्त केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, हरियाणा में मंत्री किरण चौधरी व् सावित्री जिंदल, बिहार से राबड़ी देवी व् वृंदा करात इनमे मुख्य है ।

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1 आपकी गुफ्तगू:

Anonymous said...

sahi keha aap ne. wakai ye deviya aksar cunav ke dino mei hi nazar aati hai . acha laga yaj jaankari pad kar. likhte raho.

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अंग्रेजी से हिन्दी में लिखिए

तड़का मार के

* महिलायें गायब
तीन दिन तक लगातार हुई रैलियों को तीन-तीन महिला नेत्रियों ने संबोधित किया. वोट की खातिर जहाँ आम जनता से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं छोड़ा वहीँ कमी रही तो महिलाओं से जुड़े मुद्दों की.

* शायद जनता बेवकूफ है
यह विडम्बना ही है की कोई किसी को भ्रष्ट बता रह है तो कोई दूसरे को भ्रष्टाचार का जनक. कोई अपने को पाक-साफ़ बता रहे है तो कोई कांग्रेस शासन को कुशासन ...

* जिंदगी के कुछ अच्छे पल
चुनाव की आड़ में जनता शुकून से सांस ले पा रही है. वो जनता जो बीते कुछ समय में नगर हुई चोरी, हत्याएं, हत्या प्रयास, गोलीबारी और तोड़फोड़ से सहमी हुई थी.

* अन्ना की क्लास में झूठों का जमावाडा
आज कल हर तरफ एक ही शोर सुनाई दे रहा है, हर कोई यही कह रहा है की मैं अन्ना के साथ हूँ या फिर मैं ही अन्ना हूँ. गलत, झूठ बोल रहे है सभी.

* अगड़म-तिगड़म... देख तमाशा...
भारत देश तमाशबीनों का देश है. जनता अन्ना के साथ इसलिए जुड़ी, क्योंकि उसे भ्रष्टाचार के खिलाफ यह आन्दोलन एक बहुत बड़ा तमाशा नजर आया.
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