tag:blogger.com,1999:blog-64259972566629856672023-08-20T05:02:20.094-07:00gooftgu : latest news headlines, hindi news, india news, news in hindiसमाचार:- एक पहलू यह भीसूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.comBlogger243125tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-28348642211387113722018-04-19T10:59:00.000-07:002018-04-19T10:59:05.528-07:00आखिर पहले क्यों नही जागती सरकार<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red;"><b>इन्हासमेंट के खिलाफ चल रहे आंदोलन की जीत, पहले होगी सही जांच</b></span><br />
<span style="color: red;"><b>शुक्रवार सुबह धरनास्थल पर पहुंचकर धरना समाप्त करवाएंगे सरकार व पार्टी के प्रतिनिधि</b></span><br />
<br />
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhkhWaEBcD6MyMTMKhXCNDN_OM7a1zkCy5Nd22na7ZJMZ8GmV3BidFuo_8ogH-U88142lRZGaNxgiLHL6lubPSiF24Dr2tMXdu7o_7JaexMQWaRKRgWYRe2EpSkBPNbFXqYM7m5i34jcPAd/s1600/IMG-20180419-WA0056.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="581" data-original-width="1032" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhkhWaEBcD6MyMTMKhXCNDN_OM7a1zkCy5Nd22na7ZJMZ8GmV3BidFuo_8ogH-U88142lRZGaNxgiLHL6lubPSiF24Dr2tMXdu7o_7JaexMQWaRKRgWYRe2EpSkBPNbFXqYM7m5i34jcPAd/s200/IMG-20180419-WA0056.jpg" width="200" /></a><br />
हिसार : मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इन्हासमेंट की समस्या से जूझ रहे हुडा सेक्टरवासियों को बड़ी राहत देते हुए समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने सही गणना न होने तक किसी प्लॉटधारक को नोटिस न देने तथा पूरे प्रदेश के सेक्टरवासियों को राहत देने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही हिसार में विधायक डा. कमल गुप्ता के आवास के समक्ष डाला गया पड़ाव शुक्रवार सुबह सरकार के प्रतिनिधि मौके पर आकर व सेक्टरवासियों को मुख्यमंत्री का आश्वासन देकर उठवाएंगे।<br />
मुख्यमंत्री का यह ब्यान ऐसे समय मे आया हैं जब हिसार के सेक्टर निवासी वीरवार को विधायक कमल गुप्ता के निवास के बाहर धरना दे रहे थे. ऎसा नही हैं की सेक्टर निवासी आज तक चुप थे. लगभग माह पूर्व से इन्हासमेंट के खिलाफ उठ रही आवाज के प्रति उसमें से किसी के कान पर जूँ तक नही रेंग रही थी जिनकी आज पीथ थपथपाई जा रही हैं. आपको बता दे की भाजपा जिला प्रधान सुरेन्द्र पूनिया ने सेक्टर पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री से मिलवाया।<br />
मुख्यमंत्री से मिलने वालों में जिला आरडब्ल्यूए प्रधान दलबीर किरमारा, सेक्टर 16-17 प्रधान जितेन्द्र श्योराण, डा. किताब सिंह पूनिया, डीपी ढुल, कुलदीप वत्स, सुभाष जैन व कर्नल चन्द्र रेड्डू शामिल थे। सेक्टर पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि हिसार में पिछले पिछले 28 दिनों से धरना, प्रदर्शन व आंदोलन चल रहा है जो हुडा विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा की गई गलत गणना की देन है। यदि इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए तो विभाग के अधिकारियों का बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।<br />
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी के साथ अन्याय न हो, इसलिए पहले सही आंकलन किया जाएगा और उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल हिसार ही नहीं बल्कि वे पूरे प्रदेश को एक नजर से देखते हैं और यह पूरे प्रदेश के सेक्टरवासियों की समस्या है, इसलिए इसका समाधान अवश्य होगा।
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-59584162406988646862018-04-19T10:35:00.001-07:002018-04-19T10:35:18.696-07:00नींद से उठा कर 8 साल की बच्ची से किया दुष्कर्म <div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi16nKF8y5UASXzNDPUHIOlAopobJ2aGjCgnZcvCORAJoGCoDxSWwJI-llsVmcdI5xyy0Gj_SkMTzXZn8wA7MRwH6GhI-Te-5yNIA7U14v39L-I_dFE0-d3eJSiPFTyyGiswEagX4jPE0Rz/s1600/images+%286%29.jpeg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="300" data-original-width="400" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi16nKF8y5UASXzNDPUHIOlAopobJ2aGjCgnZcvCORAJoGCoDxSWwJI-llsVmcdI5xyy0Gj_SkMTzXZn8wA7MRwH6GhI-Te-5yNIA7U14v39L-I_dFE0-d3eJSiPFTyyGiswEagX4jPE0Rz/s200/images+%286%29.jpeg" width="200" /></a></div>
हिसार : देश मे बलात्कार रोकने व बलात्कारी को मौत की सजा का शोर अभी कुछ मंद भी नही पड़ा था की हिसार के नारनौंद क्षेत्र के एक गांव से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया हैं. गांव में बीती रात किसी अज्ञात ने एक मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया. प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 वर्षीय यह बच्ची अपने परिवार साथ झुग्गी-झोंपड़ी के बाहर सो रही थी। इस दौरान कोई अज्ञात व्यक्ति बच्ची को नींद में झोपड़ी से उठाकर पास में ही एक सुनसान जगह पर लेे गया और दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.<br />
घटना की जानकारी उसके परिजनों को तब मिली जब बच्ची रोती हुई वापिस आई और अपने परिजनों को आप बीती सुनाई। घटना की सूचना मिलते ही उसके परिवार के लोग उसे रात लगभग 11 बजे नारनौंद के सामान्य हॉस्पिटल में ले गए। बताया जाता है डॉक्टरों ने खाना पूर्ति कर उन्हें सुबह 9 बजे आने का समय दिया और उन्हें वापिस भेज दिया। सुबह मौजिज ग्रामीण व सरपंच सरकारी हस्पताल में मेडिकल करवाने पहुँचे.<br />
चिकित्सको द्वारा दुष्कर्म की पुष्टि होने के पश्चात पुलिस को मामले की सूचना दी गई. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए स्वयं हांसी पुलिस अधीक्षक प्रतीज्ञा गोदारा, सिन ऑफ क्राइम की टीम व साइबर सेल की टीम ने मौके पर पहुंचकर जरूरी साक्षय जुटाए. नारनौंद पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ धारा 376, 365 और पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।<br />
जहाँ परिजनों में दहशत का माहौल बना हुआ हैं वही मामले की गम्भीरता को देखते हुए गांव के सरपंच ने आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस को 24 घण्टे का अल्टीमेटम दिया हैं. पुलिस अधीक्षक प्रतीक्षा गोदारा ने परिजनों को आश्वाशन दिया हैं की किसी भी हाल में अपराधी को बख्शा नहीं जायेगा.</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-761291674322465692018-04-18T11:31:00.001-07:002018-04-18T22:09:06.671-07:00265 करोड़ से सेक्टरों की सड़कें जल्द होंगी चकाचक<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
<span style="color: red;"><b>हिसार के सेक्टरों की सड़कों के लिए 13.55 करोड़ रुपये मिले</b></span></div>
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
<br /></div>
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjrHmCvJyOZ1jRtngXy-XyTkeiSzII-sFCewY0C3sBoxHipIxOfTpBzsNGU3JqI5gjSi7TMJfRRn0xaLuMGzhG7gOceAZKqbGfhFVwYI1_f8qUhzPzRP5NSaqd7nz4bkts0SPgV2zr76Gkt/s1600/images+%284%29.jpeg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="302" data-original-width="488" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjrHmCvJyOZ1jRtngXy-XyTkeiSzII-sFCewY0C3sBoxHipIxOfTpBzsNGU3JqI5gjSi7TMJfRRn0xaLuMGzhG7gOceAZKqbGfhFVwYI1_f8qUhzPzRP5NSaqd7nz4bkts0SPgV2zr76Gkt/s200/images+%284%29.jpeg" width="200" /></a><br />
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
हिसार : सेक्टरों में बदहाल सडकों के दिन जल्द बहुरेंगे। हिसार के सेक्टरों की सड़कें 13.55 करोड़ रुपये की लागत से चकाचक होंगी. उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 20 शहरों के 163 सेक्टरों की विभिन्न सड़कों के स्पेशल रिपेयर के लिए 265 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। जल्द ही विभागीय टेंडर प्रक्रिया होने के बाद इस सडकों की स्पेशल रिपेयर कराकर लोगों को राहत दिलाई जाएगी।</div>
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा हिसार में सेक्टरों की सड़कों के नवीनीकरण हेतु 13.55 करोड़ मंजूर किए गए हैं। इसके तहत सेक्टर 14, सेक्टर-13, सेक्टर 16-17, पीएलए, सेक्टर-15 व मेला ग्राउंड सहित अन्य सेक्टरों की सड़कें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हिसार के अलावा हांसी में 2 सेक्टरों की सड़कों की मरम्मत के लिए भी 4 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं जो यहां की जर्जर सड़कों के सुधार पर खर्च किए जाएंगे।</div>
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
उन्होंने बताया कि लंबे अरसे से सेक्टरों की सड़कों के उचित रखरखाव के अभाव में इनकी हालत जर्जर हो गई थी। शहरी निकाय मंत्री कविता जैन के अनुरोध तथा वाहन चालकों व आमजन की परेशानियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी शहरों के ऐसे स्पेशल रिपेयर वाली सड़कों के एस्टीमेट मांगे थे। अब मुख्यमंत्री ने 20 शहरों के 163 सेक्टरों की सड़कों के सुधार के लिए 265 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है।</div>
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-29501365311866808572018-04-18T11:14:00.002-07:002018-04-18T11:17:23.002-07:00असपाम फाउंडेशन द्वारा गरीब कन्याओं का सामूहिक पाणिग्रहण संपन्न<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="font-family: sans-serif;"><span style="color: red;"><b>कन्याओं को स्त्रीधन व कन्यादान देकर किया व</b></span></span><br />
<br style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;" />
<table cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="float: left; margin-right: 1em; text-align: left;"><tbody>
<tr><td style="text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhlvLAmJnNY7rUx6i8fLE0R-i5ScBJnF5r7rjAvpfo5RfoHu8k5GQkR_eugr-7FGpDzbDWaw8P1JfFMaUJt4Ced7s3KH02NvFRWhYHxbObf2iFyZ7BIWX9yJF6aHLcMQzE52b-9dcebgrHH/s1600/Vivah.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; margin-bottom: 1em; margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" data-original-height="853" data-original-width="1280" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhlvLAmJnNY7rUx6i8fLE0R-i5ScBJnF5r7rjAvpfo5RfoHu8k5GQkR_eugr-7FGpDzbDWaw8P1JfFMaUJt4Ced7s3KH02NvFRWhYHxbObf2iFyZ7BIWX9yJF6aHLcMQzE52b-9dcebgrHH/s200/Vivah.jpg" width="200" /></a></td></tr>
<tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;">नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देत जिला उपायुक्त अशोक मीना व अशोक गोयल</td></tr>
</tbody></table>
</div>
<span style="font-family: sans-serif;">हिसार : सेक्टर 16/17 में स्थित श्री रानी सती दादी मंदिर में अशोक गोयल मंगाली वाले ने सामूहिक विवाह समारोह में बेटियों के हाथ पीले करके कन्यादान का महा पुनीत कार्य संपन्न किया। </span><span style="font-family: sans-serif;">उनका दृढ़ विश्वास है कि महिलाओं की उपेक्षा करके राष्ट्र विकास नहीं कर सकता। इस महा पुनीत कार्य में अपने सहयोग की आहुति डाल कर श्री गोयल ने बेटियों को सुरक्षित, शिक्षित और स्वावलंबी बनाने का संकल्प लिया । बेटियों पाणिग्रहण के पावन अवसर पर जिला उपायुक्त श्री अशोक मीना, भाजपा नेता घोलु गुर्जर, महावीर सिंह के अलावा शहर के अनेक प्रतिष्ठित नागरिकों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। वर वधु के परिजन व सगे-संबंधी उपस्थित रहे। असपाम फाउंडेशन के चेयरमैन श्री अशोक गोयल ने इस अवसर पर कन्याओं को कन्यादान के रूप में घर की आवश्यकताओं के अनुरूप स्त्रीधन व उपहार आदि भी दिए।</span><span style="font-family: sans-serif;"> </span><br />
<span style="font-family: sans-serif;">इस अवसर पर जिला उपायुक्त ने कहा कि वह श्री अशोक गोयल के कन्या विवाह के इस कार्य की सराहना करते हैं और अपेक्षा करते हैं कि समाज के अन्य लोग भी इसकी प्रेरणा लें। </span></div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-58587919766062851492018-04-18T08:03:00.000-07:002018-04-18T08:03:27.279-07:00अब हाथी पहनेगा चश्मा, गठबंधन की घोषणा <div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red;"><b>हरियाणा मे नये समीकरण : इनेलो ने बसपा से मिलाया हाथ</b></span><br />
<br />
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFYbWGuGjmVpzel1qPZ0hOzX4PfokyWecbTnFenyYDrwaEyhGHFNEGuppqUP2R6FPDApvMhnbw04Ecpk15QedtA3_cEw7e7njIrSRoaU8wMZvmflIub8eVx1mMT2Qzv35T61_3VpU2Rigx/s1600/IMG-20180418-WA0099.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="960" data-original-width="1280" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFYbWGuGjmVpzel1qPZ0hOzX4PfokyWecbTnFenyYDrwaEyhGHFNEGuppqUP2R6FPDApvMhnbw04Ecpk15QedtA3_cEw7e7njIrSRoaU8wMZvmflIub8eVx1mMT2Qzv35T61_3VpU2Rigx/s200/IMG-20180418-WA0099.jpg" width="200" /></a><br />
चंडीगढ़ : इनेलो-बसपा के गठबंधन की चर्चा कुछ महीनों से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चल रही थी और इनेलो के नेता इस बारे में इशारा भी कर रहे थे। बीते महीने बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन पर अभय चौटाला ने दिल्ली में उनसे मुलाकात कर शुभकामनाएं दी थी जिसके बाद चर्चाएं और ज्यादा तेज हो गई थी। इस विषय पर पूछे गए एक सवाल पर अभय चौटाला ने कहा था कि बसपा संस्थापक कांशी राम जी के साथ चौधरी देवीलाल के घनिष्ठ संबंध थे और अगर वे गठबंधन करेंगे तो डंके की चोट पर घोषणा के साथ करेंगे।<br />
शायद यही कारण रहा की प्रदेश की राजनीति में नये सियासी समीकरणों को हवा देते हुए प्रमुख विपक्षी दल इनेलो व बहुजन समाज पार्टी ने आगामी चुनावों के लिए हाथ मिलाया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला, बसपा उत्तर भारत प्रभारी डा. मेघराज एवं प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारतीय ने यहां आयोजित पत्रकार सम्मेलन में समझौते की घोषणा की। फिलहाल समझौते की घोषणा की गई है लेकिन कौन दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा, यह बाद में दोनों दलों के नेता बैठक करके तय करेंगे।<br />
अकाली दल के साथ गठबंधन टूटने के बाद इनेलो बसपा की बैसाखी के सहारे लोकसभा चुनाव में उतरने जा रही है। अभय चौटाला ने इस गठबंधन को तीसरे मोर्चे की नई शुरुआत बताया। उन्होंने कहा इस गठबंधन का अर्थ है कि अब किसान, दलित, पिछड़े और कमेरे वर्ग मिलकर नई पहचान बनायेंगे। गठबंधन के ऐलान के साथ ही उन्होंने 'हरियाणा की बनायेंगे नई पहचान-अब समय बदलाव का' नारा दिया।<br />
बसपा का इनेलो से दूसरी बार गठबंधन हुआ है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा में इनेलो व बसपा के बीच गठबंधन की बात कोई नई नहीं है। दोनों दलों के बीच 1998 में भी गठबंधन हुआ था और तब इनेलो-बसपा के बीच क्रमश: 6-4 लोकसभा सीटों पर समझौता हुआ था, यानि छह सीटों पर इनेलो व चार सीटों पर बसपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनेलो ने छह में से चार सीटें जीतीं थी, जबकि बसपा को चार में से सिर्फ एक सीट पर ही विजय हासिल हुई थी। इनेलो व बीजेपी में गठबंधन होने पर 1999 में इनेलो ने बीएसपी से किनारा कर लिया था।
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-27267813970455541242018-04-17T10:28:00.000-07:002018-04-17T10:28:28.556-07:00टैंक में डूबने से दादा, दादी व पोते की दर्दनाक मौत<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgbdOE4ZhCWgoLoTJYT-hC5ClR6-mFRTJtBc7Cyh6nZoLv9M8fZjnpXOeYvRNO872-TVuVh5pzqreKdbDhVrmif0KpL6CY7uJfrnT_tH8wovYTj2gN9TNjT0WH-uS6ot25XnsLLwukSddef/s1600/images+%283%29.jpeg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="194" data-original-width="259" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgbdOE4ZhCWgoLoTJYT-hC5ClR6-mFRTJtBc7Cyh6nZoLv9M8fZjnpXOeYvRNO872-TVuVh5pzqreKdbDhVrmif0KpL6CY7uJfrnT_tH8wovYTj2gN9TNjT0WH-uS6ot25XnsLLwukSddef/s200/images+%283%29.jpeg" width="200" /></a></div>
हांसी : उपमंडल के महजत गांव में टैंक में डूबने से एक ही परिवार के 3 सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में दादा, दादी व पोता शामिल है। घर से एक साथ तीन लोगों की अर्थियां उठने से क्षेत्र में मातम का माहौल है।<br />
जानकारी के अनुसार महजत गांव में रामस्वरूप पिछले चार वर्षों से बाग को ठेके पर लेकर बागवानी कर रहा है। आज सुबह करीब सात बजे चार वर्षीय योगेश टैंक के पास खेल रहा था। इसी दौरान वह टैंक में गिर गया। उसे बचाने के लिए दादा रामस्वरूप भी टैंक में कूद गया। दादा व पोते को टैंक में डूबता हुआ देखकर दादी ने भी टैंक में छलांग लगा दी।<br />
जब वे तीनों डूबने लगे तो उनकी चिल्लाने की आवाज सुनकर पास ही गेहूं काट रही योगेश की मां रेखा मौके पर आई और आसपास के लोगों को सहायता के लिए बुलाया। गांव वालों ने मौके पर पहुंचकर टैंक से बच्चे सहित तीनों को बाहर निकाला और एम्बुलेंस की सहायता से अस्पताल हांसी लेकर आए। जब तक वे अस्पताल पहुंचे, उनकी मौत हो चुकी थी। चिकित्सकों ने जांच करके तीनों को मृत घोषित कर दिया।
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-55486436408245130062018-04-17T10:19:00.000-07:002018-04-17T10:19:28.617-07:00बुजुर्ग महिला का पर्स छीन सत्तर हजार की नकदी ले उड़े बाईक सवार<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red;"><b>कूरियर करवाने जा रही थी बुजुर्ग महिला, तीन युवकों ने दिया वारदात को अंजाम</b></span><br />
<br />
<table cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="float: left; margin-right: 1em; text-align: left;"><tbody>
<tr><td style="text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEglZ4rom6oJDp7wl9xzRqV6oG7Sr2_eNWutg8LlF59KfVKqFMPzKgXSMJ4iYbVpDmG_4Zc4oGOBYts2CgX3dLrCjFmnyyjIIOvWcZ2BQqI8O8TFD9SL1qytYNjYIyIfj_vXUqxZWTDeYcOi/s1600/IMG_20180417_224209.JPG" imageanchor="1" style="clear: left; margin-bottom: 1em; margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" data-original-height="900" data-original-width="1600" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEglZ4rom6oJDp7wl9xzRqV6oG7Sr2_eNWutg8LlF59KfVKqFMPzKgXSMJ4iYbVpDmG_4Zc4oGOBYts2CgX3dLrCjFmnyyjIIOvWcZ2BQqI8O8TFD9SL1qytYNjYIyIfj_vXUqxZWTDeYcOi/s200/IMG_20180417_224209.JPG" width="200" /></a></td></tr>
<tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;">पुलिस को घटना की जानकारी देती महिला</td></tr>
</tbody></table>
हिसार : सेक्टर 15 की रहने वाली बुजुर्ग महिला से बाइक सवार तीन युवक पर्स छीन कर फरार हो गए। पर्स में 70 हजार रुपये की नकदी और घर की चाबीया व जरूरी कागजात थे। घटना मंगलवार रात आठ बजे पारिजात चौक से मन्डी चौक के बीच की है। सूचना मिलने पर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस आसपास की दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।<br />
<br />
सेक्टर 15 के रहने वाले इंद्र कुमार ने बताया कि वे इंशोरेंस का काम करते है। ऑटो मार्केट में ऑफिस है। रात को पत्नी कृष्णा के साथ एक्टिवा पर सवार होकर पारिजात कॉम्पलेक्स में कूरियर करवाने के लिए आ रहे थे। जैसे ही पारिजात कॉम्पलेक्स की तरफ मुडे तो पीछे बाइक पर सवार तीन युवक आए। बाइक के पीछे बैठे युवक ने झपटा मार कर पत्नी के हाथ से पर्स छीन लिया। उन्होंने बताया कि पर्स में 70 हजार रुपये की नकदी के अलावा जरूरी कागजात थे।<br />
<br />
इंद्र कुमार के अनुसार पर्स छीनने के बाद उनकी पत्नी चलते स्कूटर से निचे गिर गयी. उन्होने अपनी पत्नी को उठाया तो उन्हें घटना का पता लगा. इंद्र कुमार ने लुटेरो का पिछा भी किया लेकिन बाइक पर सवार तीनों युवक मलिक चौक की तरफ फरार हो गए। सूचना मिलने पर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-47514634607065825662018-04-16T02:11:00.001-07:002018-04-16T02:11:07.958-07:00एन्हासमेंट के खिलाफ काले झड़े लेकर बच्चे जाएंगे स्कूल<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red;"><span style="font-weight: bold;">एन्हासमेंट के खिलाफ सेक्टरवासी 17 को मनाएंगे काला दिवस, घरों पर होंगे काले झंडे
<br />
</span><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjtsOFGKzLdO5Qj0JyX5qyxs4uWGnA6PuVHM0fQIJxZnuFcG3-KWrtUISPWVduMuvf_AJtugJcTkfuZ20Yuf8YobWXsA_5zH3TnxbFbM-oNqcdquOiBnhTVV4hGxYNJVQ7WPp1fdGG9AUwq/s1600/Sector+16-17.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; color: red; float: left; font-weight: bold; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="838" data-original-width="200" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjtsOFGKzLdO5Qj0JyX5qyxs4uWGnA6PuVHM0fQIJxZnuFcG3-KWrtUISPWVduMuvf_AJtugJcTkfuZ20Yuf8YobWXsA_5zH3TnxbFbM-oNqcdquOiBnhTVV4hGxYNJVQ7WPp1fdGG9AUwq/s320/Sector+16-17.jpg" width="200" /></a><br /><span style="color: black;">हिसार : हुडा विभाग द्वारा सेक्टरवासियों पर डाली गई भारी-भरकम एन्हासमेंट के खिलाफ हुडा सेक्टरवासी 17 अप्रैल को काला दिवस मनाएंगे। बच्चों के स्कूल जाने के समय से ही इसकी शुरूआत की जाएगी और बच्चे अपने हाथों में काले झंडे लेकर स्कूल जाएंगे, वहीं सभी घरों पर भी काले झंडे लगाए जाएंगे। तत्पश्चात महिलाएं व पुरूष काले कपड़े पहनकर हुडा कार्यालय जाएंगे और वहां से प्रदर्शन करते हुए डाबड़ा चौक पहुंचकर 11 बजे प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देंगे।
हुडा कार्यालय पर जारी धरने को संबोधित करते हुए जिला आरडब्ल्यूए प्रधान दलबीर किरमारा ने कहा कि सेक्टरवासियों के संघर्ष को सरकार हल्के में ले रही है, जो उसकी सबसे बड़ी भूल है। सेक्टरवासियों ने खून-पसीने के कमाई से अपने मकान बनाएं हैं लेकिन हुडा के उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से इन मकान मालिकों को एन्हासमेंट के नाम पर लूटने की योजना हर साल या दो साल में बना ली जाती है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में एन्हासमेंट के खिलाफ सेक्टरवासियों का आंदोलन चल रहा है लेकिन इस मसले पर सरकार की चुप्पी दर्शाती है कि वह इस मामले में गफलत करने वाले अधिकारियों का बचाव करने का प्रयास कर रही है, जो निंदनीय है। उन्होंने ऐलान किया कि एन्हासमेंट के खिलाफ आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक एन्हासमेंट की गणना ठीक करके गलत गणना करके सेक्टरवासियों को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं कर दी जाती।
</span></span></div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-59235989602422235292018-04-16T01:48:00.003-07:002018-04-16T01:48:58.654-07:00लेनदारी ना मिलने से आढ़ती बर्बादी की कगार पर : बजरंग दास गर्ग<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div dir="ltr" style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
<span class="yiv3592157321" style="overflow-wrap: break-word;"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgEFPJkqPiIk2MmKPFoYm58_osCVwD0GRYQCBom2d4OVMyYdmXH_uGhnLotEKIwNdc66UiSjb4vRV7qr16C9vnh7WQQMW6kgqHUhFX_cw4WDhIYghz8MoP6_TrQIPvIjW-UA3Q5P9c4N2yi/s1600/pp.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="337" data-original-width="337" height="200" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgEFPJkqPiIk2MmKPFoYm58_osCVwD0GRYQCBom2d4OVMyYdmXH_uGhnLotEKIwNdc66UiSjb4vRV7qr16C9vnh7WQQMW6kgqHUhFX_cw4WDhIYghz8MoP6_TrQIPvIjW-UA3Q5P9c4N2yi/s200/pp.jpg" width="200" /></a></div>
<div style="overflow-wrap: break-word;">
हिसार : अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि कुछ चावल इम्पोर्टर व इसपोर्टर व बड़ी कंपनियों के मालिकों ने करोड़ों रुपए मंडी आढ़तियों के देने हैं। इसी कड़ी में राईस इंडस्ट्रीज एरिया के एक चावल कंपनी द्धारा 648 करोड रुपए की देनदारी बैंकों की है। आढ़तियों ने जो करोड़ों रुपए चावल व्यापारियों से लेने थे उसकी वसूली बाबत आढ़ती कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री से मिले। मगर किसी प्रकार के पैसे की वसूली आढ़तियों की अभी तक नहीं हुई है ना ही हरियाणा सरकार ने डिफॉल्टेर चावल व्यापारियों के खिलाफ कोई कारवाही की है । </div>
<div style="overflow-wrap: break-word;">
प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि आढ़तियों के जो भी पैसे हैं वह चावल व्यापारियों से दिलाने में हरियाणा सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए । जबकि चावल व्यापारियों से जो भी पैसे की रिकवरी बैंक करें उसमें सबसे पहले जो भी आढ़तियों के पैसे हैं उसे दिए जाने चाहिए। उसके बाद पैसे बैंकों को मिलने चाहिए। श्री गर्ग ने कहा कि कुछ इम्पोर्टरो व इसपोर्टरो द्धारा हरियाणा के आढ़तियों के करोड़ों रुपए की देनदारी ना देने के कारण आज आढ़ती बर्बादी के कगार पर</div>
<div style="overflow-wrap: break-word;">
खड़ा है। अगर एसे में आढ़तियों के पैसे की वसूली नहीं होती तो हरियाणा के व्यापारियों का आपसी व्यवहार पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।</div>
</span><div>
<br /></div>
</div>
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-32438122873423289282018-04-16T01:38:00.000-07:002018-04-16T01:38:38.403-07:00देश व प्रदेश के व्यापारी व उद्योगपति नुकसान में : बजरंग दास गर्ग<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<aside class="bodySummery border0" style="font-family: "Ek Mukta", Arial, sans-serif; font-size: 16px; font-variant-east-asian: normal; font-variant-numeric: normal; line-height: 22px; margin: 0px; padding: 0px 6.04688px 20px; text-align: justify;"><div style="font-family: sans-serif; font-size: medium; overflow-wrap: break-word; text-align: start;">
<span style="color: red;"><b>हरियाणा सरकार को गेहू खरीद व उसके उठान के पुख्ता प्रबंध तुरंत प्रभाव से करने चाहिए।</b></span></div>
<div style="font-family: sans-serif; font-size: medium; overflow-wrap: break-word; text-align: start;">
<span style="color: red;"><b><br /></b></span></div>
<div style="font-family: sans-serif; font-size: medium; overflow-wrap: break-word; text-align: start;">
<span style="color: red;"><b>निजी स्वार्थ के लिए कोई सरकारी अधिकारी गेहू खरीद में देरी करे तो उस अधिकारी के खिलाफ व्यापार मंडल खोलेगा मोर्चा। बजरंग दास गर्ग ।</b></span></div>
<div style="font-family: sans-serif; font-size: medium; overflow-wrap: break-word; text-align: start;">
<br style="overflow-wrap: break-word;" /></div>
<div style="font-family: sans-serif; font-size: medium; overflow-wrap: break-word; text-align: start;">
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj68GYH3dSzdFUUM5No_Dyrjz1MqlnoZmF_7ZE4-91nFYdnTxjlfk6sFHH7bgOpEyojakE9KdbIFhMTB0gvJPubfcD80smB2fj0lGxre1L9eYJSO1WXHhQxj8e0557Optce1UCMSeiJX2-b/s1600/WhatsApp+Image+2018-04-16+at+12.31.12+PM+%281%29.jpeg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" data-original-height="768" data-original-width="1024" height="150" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj68GYH3dSzdFUUM5No_Dyrjz1MqlnoZmF_7ZE4-91nFYdnTxjlfk6sFHH7bgOpEyojakE9KdbIFhMTB0gvJPubfcD80smB2fj0lGxre1L9eYJSO1WXHhQxj8e0557Optce1UCMSeiJX2-b/s200/WhatsApp+Image+2018-04-16+at+12.31.12+PM+%281%29.jpeg" width="200" /></a></div>
हिसार : हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने सिवानी अनाज मंडी का दौरा कर व्यापारियों की समस्या सुनने के उपरांत पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण देश व प्रदेश में लगातार व्यापारी व उद्योगपति नुकसान में चल रहे है। यहां तक की सरसों व गेहूं की सरकारी खरीद व माल का उठान ठीक ढंग से ना होने के कारण प्रदेश के आढती व किसान में बड़ी भारी नाराजगी है। जबकि हरियाणा सरकार ने सरसो का एक एक दाना मंडी के आढ़तियों के माध्यम से खरीदने व आढ़तियों के माध्यम से भुगतान करने की घोषणा करने के बावजूद भी सरसो की खरीद नहीं की गई और 1 अप्रैल 2018 से गेहू की सरकारी खरीद की घोषणा करने के बावजूद भी गेहू की खरीद लेट शुरू की गई। </aside><aside class="bodySummery border0" style="font-family: "Ek Mukta", Arial, sans-serif; font-size: 16px; font-variant-east-asian: normal; font-variant-numeric: normal; line-height: 22px; margin: 0px; padding: 0px 6.04688px 20px; text-align: justify;"><span style="font-family: sans-serif; font-size: small; text-align: left;">उन्होने कहा की गेहू खरीद के लिए सरकारी एजेंसियो द्धारा पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए। जिसके कारण किसानो को अपनी फसल बेचने के लिए धक्के खाने पड़ रहे है। यहाँ तक की आंधी व बारिश आने से करोडो रूपए की सरसो व गेहू किसानो की खराब हो गई। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा की हरियाणा सरकार को गेहू व सरसो खरीद व उसके उठान के पुख्ता प्रबंध तुरंत प्रभाव से करने चाहिए और गेहू की खरीद करते ही सरकारी एजेंसियो को फसल का भुगतान 48 व 72 घंटे के अंदर - अंदर करना चाहिए। अगर कोई भी सरकारी अधिकारी फसल खरीद व उठान में लापरवाही करता है तो उस अधिकारी के खिलाफ सरकार को तुरंत प्रभाव से सख्त से सख्त कारवाही करनी चाहिए। </span></aside><div style="font-family: sans-serif; font-size: medium; overflow-wrap: break-word; text-align: start;">
श्री गर्ग ने कहा की गेहू खरीद को शुरू हुए हरियाणा में 15 दिन बितने के बावजूद भी गेहू खरीद के लिए सरकारी अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए किसान व आढ़तियों को नाजायज तंग करते है अगर किसी अधिकारी ने अपने निजी स्वार्थ के लिए गेहू खरीद में देरी की तो मंडी बंद करके उस अधिकारी के खिलाफ व्यापार मंडल मोर्चा खोल देगा। प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में गेहू उठान के ठेके सरकारी अधिकारियों द्धारा अपने निजी स्वार्थ के लिए अपने चहेतो को अनाप शनाप रेटों में दे कर हरियाणा सरकार को करोड़ो रूपए का चुना लगाने का काम किया है।</div>
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-22714442054770511852018-04-14T13:31:00.000-07:002018-04-14T13:34:27.021-07:00नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे लोग किसी टेरेरिस्ट से कम नहीं : साहा<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red;"><b>साजिश के तहत पब्लिक सेक्टर बैंकों को खत्म करना चाहती है सरकार</b></span><br />
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj5faFBPJnr05ZuLmotCOkf6LYWtxbaWsvwmVeEb7tJ3cRcVZ7eVs9cxqCnIIOZASqNOJytsP6R8K3gSVi93LZynWeNPcge9ayLZHsDQz_rKa3PDBAAItvtRlrmRqNPgJi-K_3HxRhr1MGA/s1600/IMG-20180414-WA0094.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="581" data-original-width="200" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj5faFBPJnr05ZuLmotCOkf6LYWtxbaWsvwmVeEb7tJ3cRcVZ7eVs9cxqCnIIOZASqNOJytsP6R8K3gSVi93LZynWeNPcge9ayLZHsDQz_rKa3PDBAAItvtRlrmRqNPgJi-K_3HxRhr1MGA/s200/IMG-20180414-WA0094.jpg" width="200" /></a><br />
हिसार 14 अप्रैल : वर्तमान सरकार एक साजिश के तहत पब्लिक सेक्टर बैंकों को खत्म करना चाहती है। बैंकिंग सेक्टर के लिए पिछले चार सालों में किये गये बदलावों के चलते बैंकिंग सेक्टर आज ऐसी स्थिति में पहुंच गया है कि सरकार खराब स्थिति होने पर बैंकों को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में ले जाएगी और प्राइवेट प्लेयर बोली लगाकर उसे खरीद सकेगा। वर्तमान सरकार में आरबीआई ने बैंकों के लोन रिस्ट्रक्चर के लिए लागू की गयी सभी योजनाओं को बंद कर दिया है, जिसमें सीडीआर, एसडीआर, जेएलएफ आदि योजनाएं हैं। ये कहना है आल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फ्रडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईपीएनबीओए) के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड दिलीप साहा का। वह हिसार में एआईपीएनबीओए हिसार सर्कल की त्रिवार्षिक कान्फ्रेंस में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेने आये हुए थे। इस कान्फ्रेंस में लगभग 300 बैंक अधिकारियों ने भाग लिया।<br />
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में कुल 10 लाख करोड़ रुपये का एनपीए है और इनमें से 40 उद्यौगिक घरानों के ही 4.5 लाख करोड़ रुपये एनपीए है। सरकार को एक ऐसा क्रिमिनल कानून बनाना चाहिए जिसमें विलफुल डिफाल्डर्स के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो। उन पर एफआईआर दर्ज करके गिरफ्तार किया जाना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार विलफुल डिफाल्टर को बचा रही है तो उन्होंने कहा कि यदि सरकार उन्हें बचा नहीं रही तो कोई सख्ता काननू भी नहीं बना रही।<br />
नीरव मोदी स्कैम के बारे में कामरेड साहा ने कहा कि नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे लोग आर्थिक अपराध कर रहे हैं वो किसी टेरेरिस्ट से कम नहीं हैं। ऐसे इकोनोमिक्स टेरेरिस्ट को ढूंढकर उन्हें सजा दी जानी चाहिए ताकि दूसरों को सीख मिले। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले ही ऐसे लोगों का देश से बाहर भाग जाना संयोग नहीं हो सकता। साहा ने कहा कि इस स्कैम में यदि बैंक का कोई अधिकारी शामिल रहा है तो ये काफी शर्मनाक है और उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। </div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-1505242778967581622018-04-13T13:00:00.000-07:002018-04-13T13:00:43.800-07:00चेयरमैन की दुकान में अवैध निर्माण पर आखिर प्रशासन क्यों है मौन<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
<span style="color: red;"><b>फेस-3 में अवैध निर्माण के सम्बंध में मुख्यमंत्री से मिलेगी बाबा विश्वकर्मा समिति </b></span></div>
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj85CrEOb8gK6uskgebquBOH6QSTssbLRxyoise9VbGHX1o-Qq_wc3Hz_dllMCfMw3hpgRqe5zKPGtZqyx-8TkWQaarjiZttccAt8RHRN0y63kjC78scR0MiEplBJUZw6fk2tlbGFf9hvoi/s1600/unnamed.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="315" data-original-width="467" height="134" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj85CrEOb8gK6uskgebquBOH6QSTssbLRxyoise9VbGHX1o-Qq_wc3Hz_dllMCfMw3hpgRqe5zKPGtZqyx-8TkWQaarjiZttccAt8RHRN0y63kjC78scR0MiEplBJUZw6fk2tlbGFf9hvoi/s200/unnamed.jpg" width="200" /></a><br />
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
हिसार। बाबा विश्वकर्मा समिति के पदाधिकारियों की बैठक समिति कार्यालय में हुई जिसमें व्यापार एवं व्यवसाय कुंज फेस-3 की मुख्य ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा हुई और विशेषकर फेस-3 में फुटपाथ तोड़कर उसके नीचे बनाई बेसमेंट पर चर्चा हुई। समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासन के लचीले रवैये पर रोष प्रकट किया। आरोप लगाया गया कि यह दुकान भाजपा से जुड़े नेता एवं चेयरमैन की है और इसी दबाव में प्रशासन ने अब तक कोई कार्यवाही न करके उक्त नेता को खुली छूट दी हुई है। सरकारी जमीन पर कब्जे के बाद भी उक्त नेता की न तो दुकान का अवैध निर्माण सील किया गया है और न ही उक्त नेता के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई है। समिति के प्रधान ओमपाल सिंह ने कहा कि इस संदर्भ में बाबा विश्वकर्मा समिति ने आरटीआई के माध्यम से नगर निगम से जानकारी मांगी है कि उक्त नेता ने फुटपाथ के नीचे बनी दीवार हटाई है या नहीं, फुटपाथ का कब्जा छोड़ा है या नहीं, प्रशासन कोई कार्यवाही उक्त नेता के खिलाफ करेगा या नहीं, फुटपाथ खोदकर जो मिट्टी का प्रयोग किया गया, उसकी भरपाई उक्त नेता से की जाएगी या नहीं, भाजपा नेता के विरुद्ध अवैध निर्माण करने पर क्या कार्यवाही बनती है। आरटीआई के माध्यम से यह जानकारी मांगी गई है। </div>
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
समिति की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर प्रशासन इस अवैध निर्माण को सील नहीं करता तो समिति का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर उक्त नेता की कारगुजारी उनके सम्मुख रखेगा। उक्त नेता के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेगा। जब तक सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण को सील नहीं किया जाता तब तक बाबा विश्वकर्मा समिति चुप नहीं बैठेगी।</div>
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-28545826796719020842018-04-13T12:47:00.000-07:002018-04-13T12:47:55.589-07:00जब भाजपा का उपवास..., उपहास सा लगने लगा<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red; font-family: sans-serif;"><b>अधिकतर पदाधिकारी रहे दूर, आए वो कुछ देर में चलते बने, कुछ पहुंचे मात्र औपचारिकता निभाने</b></span><br />
<span style="font-family: sans-serif;"><br /></span>
<br />
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
हिसार। कांग्रेस पर संसद न चलने देने का आरोप लगाते हुए देशभर में भाजपा के आह्वान पर किये गए उपवास का भाजपाइयों ने ही मजाक बना डाला। उपवास कार्यक्रम से पार्टी के अधिकतर पदाधिकारी ही दूर रहे वहीं अधिकतर नेता मौके <a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgO8Sucnnxjz7-2mE2aDyDD5NnTNmiTQNWb1g1GUYOvV4qpm5oiY5oGIxyS1J8HK5UiVUIDHXxml1U8ksqGIVZTvmjXj6GMMBv1wD0UPQry27tY4bmnQ-W18N_tLqQvdjHVtQrWDYCttQIp/s1600/IMG-20180412-WA0081.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="581" data-original-width="1032" height="112" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgO8Sucnnxjz7-2mE2aDyDD5NnTNmiTQNWb1g1GUYOvV4qpm5oiY5oGIxyS1J8HK5UiVUIDHXxml1U8ksqGIVZTvmjXj6GMMBv1wD0UPQry27tY4bmnQ-W18N_tLqQvdjHVtQrWDYCttQIp/s200/IMG-20180412-WA0081.jpg" width="200" /></a></div>
पर आकर औपचारिकता निभाकर जाते रहे। यही नहीं, जिले में विभिन्न विभागों, बोर्डों व निगमों के सात चेयरमैनों में से केवल एक चेयरमैन ही उपवास में नजर आए वहीं अन्य बड़े नेता भी कन्नी काटते नजर आए।<br />
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
भाजपा के राष्ट्रीय आह्वान पर उपवास कार्यक्रम रखा गया था। हिसार में अग्रसेन चौक के उसी पार्क को भाजपा ने उपवास स्थल चुना, जिसमें कांग्रेसियों ने उपवास किया था। भाजपाइयों का उपवास कार्यक्रम भी कांग्रेसियों से कम नहीं रहा। जिस तरह कांग्रेसियों का उपवास कार्यक्रम मजाक बनकर रह गया वहीं भाजपा भी इससे अछूती नहीं रही। भाजपा के अधिकतर पदाधिकारी ही इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे, एक प्रदेशस्तरीय नेता लगभग दो बजे इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उक्त नेता के बारे में प्रसिद्ध है कि वह हर कार्यक्रम में देरी से पहुंचकर केवल बैठने के लिए सीट हथियाने के प्रयास में रहता है। बताया जाता है कि उक्त नेताजी को उपवास कार्यक्रम की जानकारी भी नहीं थी और उन्हें अपने मीडिया प्रभारी के माध्यम से उपवास कार्यक्रम की जानकारी मिली थी। हुआ यूं कि उक्त नेताजी के मीडिया प्रभारी किसी तरह पत्रकारों को मिल गये और जब पत्रकारों ने उससे पूछा की नेताजी उपवास में हैं क्या, तो मीडिया प्रभारी का कहना था कि किस बात का उपवास, आज पार्टी का कोई कार्यक्रम है क्या? इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से पूरी जानकारी लेकर अपने आका को फोन किया और उपवास कार्यक्रम में जाने की सलाह दी, जिस पर उक्त नेताजी लगभग दो बजे इस कार्यक्रम में पहुंचे और अपनी हाजिरी लगवाई। </div>
<div style="font-family: sans-serif; overflow-wrap: break-word;">
पार्टी के इस उपवास कार्यक्रम से कुछेक को छोड़कर अधिकतर पदाधिकारी ही दूर रहे। पार्टी आए दिन नई नियुक्तियों की घोषणा करती है लेकिन नई नियुक्तियों वाले तो दूर, पुराने पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी पार्टी जुटा नहीं पाई और हालत यह हो गई कि निर्धारित पार्क भरना तो दूर, चौथाई हिस्से में बैठकर सत्तारूढ़ भाजपाइयों को कांग्रेस पर हमले करने पड़े।</div>
</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-1115714503273009572018-04-13T12:11:00.000-07:002018-04-13T12:17:07.064-07:00कागजों में ही दौड़ कर लाखों का डीजल पी गई उपायुक्त की कार<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<span style="color: red;"><b>3 वर्षों तक सिर्फ कागजों में दौड़ती रही डीसी साहब की इनोवा</b></span><br />
हिसार (राजेश्वर बैनीवाल)। प्रदेश की मनोहर सरकार भले ही सिस्टम को भ्रष्टाचार मुक्त करने के दावे करती नहीं थकती, लेकिन उसी सरकार के सिस्टम को सरकार के ही अधिकारी <br />
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhBN-HIaDDhp2IehJj_Jlw6H_lkvR9HrBameA9kIGv-TTFtXQEc0QdwM3V0BtZnvehbloPrPIAuvt--CuNQbuKGA42B-04B2QmD3aCAitD-q2ZMq2Xgc8AScPeEL4Kt9t66vbBMSEvqGpLR/s1600/images.jpeg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="133" data-original-width="200" height="146" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhBN-HIaDDhp2IehJj_Jlw6H_lkvR9HrBameA9kIGv-TTFtXQEc0QdwM3V0BtZnvehbloPrPIAuvt--CuNQbuKGA42B-04B2QmD3aCAitD-q2ZMq2Xgc8AScPeEL4Kt9t66vbBMSEvqGpLR/s200/images.jpeg" width="200" /></a></div>
भ्रष्टाचार से खोखला करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला फतेहाबाद की जिला आईटी सोसाइटी का है। जिला आईटी सोसाइटी (डीआईटीएस) का काम जिले के बीपीएल परिवारों और पंचायतों को डिजीटल साक्षर करने का था, लेकिन वो अपने भारी-भरकम फंड को इधर-उधर एडजस्ट करने में ही लगी रही। जिला आईटी सोसाइटी की पिछले तीन साल की आडिट रिपोर्ट में तो यही खुलासा हुआ है। मुख्यमंत्री तक शिकायत जाने के बाद मामले की जांच विजीलेंस को सौंपी गई है।<br />
आडिट रिपोर्ट की मानें तो फतेहाबाद जिले में तीन वित्त वर्ष 2014-15, 2015-16 और 2016-17 तक जितने भी डीसी आए, वो लगातार तीन वर्षों तक रोजाना 120 किलोमीटर इनोवा गाड़ी में घूमते रहे। इतना ही नहीं इन तीन वर्षों में आए सरकारी अवकाश और उनके निजी अवकाशों के दौरान भी ये इनोवा गाड़ी सड़कों पर दौड़ती रही। हां, ये बात अलग है कि जिले के किसी भी डीसी को स्थानीय लोगों या अधिकारियों ने इनोवा गाड़ी में निरीक्षण आदि पर जाते नहीं देखा। इसका सीधा सा मतलब है कि उनके लिए डीआईटीएस की इनोवा गाड़ी कागजों में ही दौड़ती रही और तीन साल में डीजल बिल की आड़ में सात लाख रुपए को ठिकाने लगा दिया गया।<br />
हैरानी तो इस बात की है कि पिछले तीन साल में लगातार वित्तीय अनियमितताएं सामने आने के बावजूद इस गड़बड़झाले को रोकने का किसी ने प्रयास तक नहीं किया। और तो और आडिट रिपोर्ट में भी इन अनियमितताओं को अनदेखा किया जाता रहा। पिछले तीन साल की ऑडिट रिपोर्ट में जो सामने आया है, उसकी जानकारी देते हुए आरटीआई कार्यकर्ता एडवोकेट सुशील बिश्नोई ने बताया कि वित्त वर्ष 2014 से लेकर 2017 तक डीसी की इनोवा गाड़ी पर सात लाख का डीजल एवं रिपेयरिंग खर्च आया है। हैरानी की बात तो ये है कि पिछले एक साल में जिला आईटी सोसाइटी ने एक भी पंचायत को डिजीटल साक्षर करने के लिए एक कैंप तक नहीं लगाया।<br />
जानकारी के अनुसार फतेहाबाद जिले में दो-तीन साल में अलग-अलग उपायुक्त कार्यरत रहे लेकिन एनके सोलंकी ही इन तीन सालों में अधिकतर समय फतेहाबाद के उपायुक्त पद पर रहे। मीडिया ने जब पूर्व डीसी सोलंकी से इस संदर्भ में बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया और फोन काट दिया। हालांकि जिला आईटी सोसाइटी के पिछले तीन साल के आडिट रिपोर्ट की एक प्रति भी है। ये इनोवा गाड़ी फिलहाल डीसी फतेहाबाद के निवास पर बने गैराज में बंद शटर के पार खड़ी है।<br />
विजीलेंस को दी जांच : सुशील<br />
एडवोकेट सुशील बिश्नोई के अनुसार उन्होंने पूरे गड़बड़झाले की शिकायत मुख्यमंत्री मनोहर लाल को की थी। मुख्यमंत्री ने शिकायत का अध्ययन करवाकर मामले की जांच का आश्वासन दिया था। अब उन्हें पता चला है कि मामले की जांच विजीलेंस को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है ताकि भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसी जा सके।</div>
सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-42258782416740722752012-02-23T00:27:00.002-08:002012-02-22T11:03:24.282-08:00सबको दे दो आरक्षण<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFXhn1Z6FRX4r_QHXCvdU0HRiLopJh8xMpg9urI1fUnLP4YQ0jw4Bjjqz5G6-W2DrHah2Rn7Y8bV2m8F34z0cYxcaP-VWYQfEbHoTgvSrMnvmL3biF4E22qJwt9VUBYU4JaJNgjQcQhKMy/s1600/IMG_5030.JPG" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFXhn1Z6FRX4r_QHXCvdU0HRiLopJh8xMpg9urI1fUnLP4YQ0jw4Bjjqz5G6-W2DrHah2Rn7Y8bV2m8F34z0cYxcaP-VWYQfEbHoTgvSrMnvmL3biF4E22qJwt9VUBYU4JaJNgjQcQhKMy/s200/IMG_5030.JPG" width="200" /></a><b>हरियाणा:</b> आज एक बार फिर हरियाणा आरक्षण की आग में जलने को तैयार है. जाट समुदाय के लोग पिछले आन्दोलन के दौरान बनाये गए मुक़दमे वापिस लेने के साथ-साथ आरक्षण की मांग को लेकर धरने पर है. ऐसे में जहाँ उन्होंने कई जगह रेलवे ट्रैक व् सड़क मार्ग जाम कर दिए है वहीँ प्रशासन भी किसी अनहोनी के अंदेशे के मद्देनजर मुस्तैद नजर आ रहा है. इसलिए जहाँ अब हिसार से दिल्ली दूर नजर आने लगा है वहीँ कई ऐसे सड़क मार्ग है जो अब दोगुनी समय सीमा में तय हो रहे है. बावजूद इसके जाट समुदाय का कहना है की एक ओर जब तक उनके ऊपर बनाये गए मुक़दमे वापिस नहीं लिए जाते वहीँ दूसरी ओर आरक्षण नहीं मिलने तक अब वो मानने वाले नहीं है.<br />
यही कारण है की आज गुफ्तगू हो रही है की आरक्षण का शोर तो आज हर ओर सुनाई दे रहा है. जबकि मांगने वाले को पता ही नहीं की वो आरक्षण मांग ही क्यों रहा है. बस एक नेता की आवाज पर हो लिए उसके पीछे-पीछे. अब उनसे कोई पूछने वाला हो की क्या आरक्षण मांगने से पहले उनके घर में चूल्हा नहीं जल रहा था या उनको कोई परेशानी आ रही थी अपने बच्चो के लालन-पालन में. लेकिन नहीं इसका उनके पास कोई जवाब नहीं है. तो क्या इसका मतलब यह है की क्या हम लकीर पीट रहे है या भेड़चाल की माफिक चल रहे है.<br />
अब देखो ना पहले तो सिर्फ अनुसूचित जातिया - जनजातियाँ ही आरक्षण की मांग किया करती थी लेकिन यह शायद मेरे देश का या यह कहें की संविधान का दुर्भाग्य ही है की आज जिसे देखो आरक्षण की मांग पर मांग किये जा रहा है. दुःख इस बात का नहीं की आरक्षण की मांग क्यों हो रही है दुःख तो इस बात का है की भारत की एकता के लिए जो " हिन्दू-मुस्लिम-सिख-इसाई, हम सभी है भाई-भाई" का नारा दिया जाता था उसके तो आज मायेने ही बदल गए है. आज धर्म की बात तो कोई करता ही नहीं है.<br />
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg3e3imNJ6StPkUHL_xSFcEiOklFoZIQrwhVpJdYADtq0vjUBaquVfc5s-rtnd04aLNhV1XmGTsFNhh_obSYpA3ew-4jFfm1kRnR81WT9TWr6kZNnP3Lx7sGyNRkpXkgBQFUkddwD7TcVF8/s1600/aarakshan+1.bmp" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg3e3imNJ6StPkUHL_xSFcEiOklFoZIQrwhVpJdYADtq0vjUBaquVfc5s-rtnd04aLNhV1XmGTsFNhh_obSYpA3ew-4jFfm1kRnR81WT9TWr6kZNnP3Lx7sGyNRkpXkgBQFUkddwD7TcVF8/s200/aarakshan+1.bmp" width="200" /></a><br />
जो हिन्दू धर्म कभी 36 बिरादरियो की एकता का दम भरता था उसमे आज जात की बात होने लगी है. इससे ज्यादा दुःख की बात और क्या होगी की हिन्दुस्तान में आज कोई हिन्दू होने की बात नहीं करता. आज बात होती है तो सिर्फ मै बाल्मीकि, मै धानक, मै जाट, मै गुर्जर व् मै चमार की. गुफ्तगू का पहलु यह है की आज हर कोई आरक्षण के लिए झंडा उठाये हुए है. जबकि देश की किसी को कोई खबर नहीं है. आज आरक्षण से सिर्फ बचे है तो पंजाबी, ब्रह्मण व् अग्रवाल समुदाय.<br />
<a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhzsF-QOTlJG-O7NvNbVYmKxJrszscuTTFjJa4wVxkyjojHfijN5MaMZNUAzllksJpitPzUyyeFSU8PeYognq4mqEnXFOgSuhe3mwxKjaHvEATHAZD2W_gDBK8A01Q65FZ6Jy01Te9IqHzJ/s1600/IMG_0865.JPG" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhzsF-QOTlJG-O7NvNbVYmKxJrszscuTTFjJa4wVxkyjojHfijN5MaMZNUAzllksJpitPzUyyeFSU8PeYognq4mqEnXFOgSuhe3mwxKjaHvEATHAZD2W_gDBK8A01Q65FZ6Jy01Te9IqHzJ/s200/IMG_0865.JPG" width="200" /></a><br />
लगता यह है की आज आरक्षण जनता की नहीं अपितु राजनीति की जरुरत बन कर रह गया है. आरक्षण मुद्दे पर सरकार कभी अपने को पाक-साफ़ दिखाना चाहती है तो कभी गेंद केंद्र के पाले में डाल देती है. जबकि विपक्ष अपनी अलग ही दाल गलाता नजर आता है. संविधान निर्माण के समय सिर्फ 10 साल के लिए किये आरक्षण पर आज किसी की भूमिका सकारात्मक नहीं है. कोई नहीं चाहता की देश से आरक्षण ख़त्म हो जाये और ना ही आज तक किसी ने प्रयास किया की इसका कोई हल निकला जाये.<br />
<div dir="ltr" style="text-align: left;"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjNlgRbbrWqGV7GiyAps3UdVyt-1BcMIgnYFewyV34DkcRsp7SgThZyJNOe_dO67R2OcHJXtIJD2kLJ_7w_6UBwwME5r8-RgqGqgOmWbKA-fyK6CyjdYx_M_He-B1ooqDj_Jfq80zoO_2iM/s1600/IMG_5000.JPG" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" height="133" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjNlgRbbrWqGV7GiyAps3UdVyt-1BcMIgnYFewyV34DkcRsp7SgThZyJNOe_dO67R2OcHJXtIJD2kLJ_7w_6UBwwME5r8-RgqGqgOmWbKA-fyK6CyjdYx_M_He-B1ooqDj_Jfq80zoO_2iM/s200/IMG_5000.JPG" width="200" /></a></div><b style="color: red;">पिसना तो आम आदमी को है</b><br />
जाट समुदाय को आरक्षण मांगते महीनो हो गए. कभी वो तोड़-फोड़ करते है तो कभी सड़क मार्ग जाम कर देते है. आज हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के रेलवे ट्रैक सुने पड़े है. सरकार से लेकर उच्च व् सर्वोच्च न्यायालय तक की सभी अपील अब तक कोई रंग नहीं दिखा पाई. घर व् काम-धंधे छोड़ कर रेल पटरी पर बैठे लोगो के कानों पर कोई जूं तक नहीं रेंग रही. अब तो यहीं लगता है की इससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि पिसना तो आम आदमी को ही है.<br />
<b style="color: red;">तो फिर सबको दे दो आरक्षण</b><br />
अगर अब जाट समुदाय को भी आरक्षण दे दिया गया तो बचा कौन. सिर्फ अग्रवाल, पंजाबी व् ब्रह्मण. जबकि अब हरियाणा में ये तीनो समुदाय भी आरक्षण के लिए एकजुट होकर बैठके आयोजित कर रहे है. अगर जाट समुदाय का मामला शांत होने के पश्चात फिर से इन तीनो समुदाय के लिए आरक्षण की मांग उठी और ऐसे ही धरना-प्रदर्शन होना है तो आज ही क्यों नहीं सभी को आरक्षण दे दिया जाएँ. </div></div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-83765530135277894202012-02-21T02:19:00.000-08:002012-02-20T12:49:08.983-08:00प्रशासन सही या दुकानदार गलत<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjP6TMCUVhWcSmk79DrCfkSMf4HG2sMb6m2VuuobIXwzrAptigVbCgYNbqZ0FBj4jmbJjh9NwCltJOFObLbXV-d-kpbzK-vy-ZS2n4XdFBDcSLnlVaj9sE4ftBsbE9AB072zh3OYwAz4uex/s1600/115.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="150" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjP6TMCUVhWcSmk79DrCfkSMf4HG2sMb6m2VuuobIXwzrAptigVbCgYNbqZ0FBj4jmbJjh9NwCltJOFObLbXV-d-kpbzK-vy-ZS2n4XdFBDcSLnlVaj9sE4ftBsbE9AB072zh3OYwAz4uex/s200/115.jpg" width="200" /></a><b>हिसार:</b> दिन-प्रतिदिन बढ़ते ट्रफिक के जाम से आखिरकार नागोरी गेट के दुकानदारों ने निजात पा ही ली. बाजार में किसी भी तरह का चौपहिया वाहन नहीं आये इसके लिए बाजार के दोनों ओर पाइप गाड़ दिए गए है. ऐसा करने से बाजार में गाडियों का प्रवेश बंद हो गया है वहीँ सारा दिन वाहनों से खचाखच रहने वाला यह बाजार अब खाली-खाली सा लगता है. दुकानदार भी खुश है की उनकी मेहनत रंग लाई लेकिन शायद किसी भी दुकानदार ने यह नहीं सोचा की बाजार वालों की वन-वे करने की मांग पर पाइप लगाना ठीक है या गलत. यहीं कारण है की अब गुफ्तगू हो रही है की इस बाजार में जाम की स्थिति निपटने के लिए की गई कार्यवाही पर प्रशासन सही है या इस जाम को खुद ही बढ़ावा देने के लिए दुकानदार गलत.<br />
क्योंकि नागोरी गेट के जाम व् वन-वे के खिलाफ आवाज उठाने वाले किसी भी दुकानदार ने कभी चाहा ही नहीं की बाजार से ट्रफिक कम हो. ऐसा नहीं है की दिन-प्रतिदिन बढ़ते जाम के लिए पुलिस प्रशासन दूध का धुला है लेकिन दुकानदार भी बराबर के दोषी है. सही मायने में तो इस बाजार के हाल के लिए पुलिस व् दुकानदार के साथ-साथ वह जनता भी कसूरवार है जो बाजार में खरीददारी करने के लिए आती है. यह सही है की दुकानदार से लेकर आम आदमी तक नागोरी गेट में लगने वाले जाम से परेशान है. यह भी सही है की पुलिस प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. लेकिन फिर भी कोई कुछ नहीं कर रहा. पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है तो दुकानदार अपनी दूकान में कम और सड़क पर ज्यादा बैठा दिखाई देता है.<br />
नागोरी गेट के दुकानदारों का आलम यह है की वो दो फुट से पांच-पांच फुट तक सड़क पर बैठे दिखाई देते है. उस पर दूकान के बोर्ड और सामान सड़क पर रख दिया जाता है वह अलग से. खरीददारी के लिए आने वाली जनता भी कुछ कम नहीं है. अक्सर ऐसा होता है की वाहन चलते कम और दुकानों के बहार खड़े ज्यादा दिखाई देते है. बावजूद इसके दुकानदारों ने मंत्री-संतरी से लेकर अधिकारियों तक को ज्ञापन देकर नागोरी गेट को वन-वे करने की मांग की. लेकिन एक बार जब पुलिस प्रशासन द्वारा नागोरी गेट को वन-वे किया गया था तो दुकानदारों ने काम कम होने की दुहाई दी थी तो आज प्रशासन ने ही वन-वे की मांग के अनुरूप अपनी ड्यूटी का ढीकरा जनता के सिर फोड़ने का काम किया है.<br />
वैसे तो पुलिस प्रशासन समय-समय पर विभाग में पुलिसकर्मी कम होने का रोना रोता रहा है लेकिन ऐसा बहुत कम ही हुआ है की इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा हो. लेकिन हाल फिलहाल पुलिस प्रशासन ने जो कारनामा किया है उससे जनता को आज नहीं तो कल फिर से प्रशासन को ही कोसना पड़ेगा. हर किसी को सोचना पड़ेगा की कौन गलत कर रहा है और कौन सही. तभी सिर्फ नागोरी गेट ही नहीं बल्कि हर शहर, प्रदेश व् देश से जाम की स्थिति से निपटा जा सकता है. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-11651456724926361212012-02-17T23:41:00.000-08:002012-02-17T10:11:30.374-08:00मौके का फायदा तो हर कोई उठाता है<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj_bMon7aLLiXPl1zki0RGTo89oYtl1FkEqYGYwKKYu5foCXPPSQBxTjnsEju3uLcfv-Y6hcZvdxNZqE0JwaYbsJfzqRes7o7aZ3uUKnWtnVWSrzXjlg5L2QeItkbpRgVcOKZZFgq1Rer5C/s1600/Spl+Report1.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="200" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj_bMon7aLLiXPl1zki0RGTo89oYtl1FkEqYGYwKKYu5foCXPPSQBxTjnsEju3uLcfv-Y6hcZvdxNZqE0JwaYbsJfzqRes7o7aZ3uUKnWtnVWSrzXjlg5L2QeItkbpRgVcOKZZFgq1Rer5C/s200/Spl+Report1.jpg" width="200" /></a></div><b style="color: red;">संयम जैन, स्वतंत्र पत्रकार</b><br />
<b>हिसार</b>: सही कहा है कि मौके का फायदा तो हर कोई उठाता है। चाहे वह नेता हो, अफसर हो, चोर हो या फिर शहर के रेहड़ी, ऑटो व चाय वाले। शहर के महावीर स्टेडियम में इन दिनों सेना की भर्ती चल रही है। रोजाना हजारों बेरोजगार युवा अपना भाग्य आजमाने शहर में आ रहे हैं। सुनने में आया कि शहर में आने वाले इन हजारों युवाओं से रेहड़ी, ऑटोरिक्शा, चायवाले, रिक्शा वाले सामान्य से कई गुणा अधिक वसूली कर रहे हैं। 5 रुपए की चाय को 10 रुपए में बेचा जा रहा है। 10 रुपए की जगह ऑटो का किराया 30 रुपए तक लिया जा रहा है। फलों के दाम भी बढ़ा दिये गए हैं। सुनकर बहुत दुख हुआ। जब नेता निर्दलीय या एक पार्टी की टिकट पर चुनाव लडक़र मौके का फायदा उठाते हुए अपने समर्थकों को धोखा दे सकता है तो फिर ये गरीब लोग क्यों पीछे रहें। नेता तो करोड़ों में अपना ईमान और अपने समर्थकों की भावनाओं को बेचता है। इन गरीब रिक्शा या रेहड़ी वालों ने तो कुछ रुपए ज्यादा ही वसूले हैं। अफसर तो मौका देखकर रिश्वत लेता है फिर इन गरीबों का थोड़ा अधिक मुनाफा कमाना क्यों गलत है।<br />
यह बात अलग है कि रेहड़ी, ऑटो व चाय वालों की इस हरकत से शहर का नाम दूसरे जिलों में बदनाम होगा, मगर जिला अधिकारियों को क्या फर्क पड़ता है। जब नगर निगम अधिकारियों को शहर में चल रहे अवैध निर्माण नजर नहीं आ रहे हैं तो फिर बिना अनुमति रेहड़ी लगाकर ग्राहकों से अधिक वसूली कैसे नजर आएगी। जब यातायात पुलिस शहर की यातायात व्यवस्था को बिगाडऩे में मुख्य कारण बने ऑटो रिक्शा वालों पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है तो अधिक किराया वसूली पुलिस कैसे रोक सकती है। <br />
बचपन में सुनी एक पुरानी कहानी याद आती है, जिसके अनुसार एक भारतीय नेता जापान घूमने जाता है। वहां रेलवे स्टेशन पर उसे कहीं फल नहीं मिलते। वह अपने साथियों से कहता है कि जापान में तो कहीं फल ही नहीं मिलते। एक जापानी यह सुनकर कहीं से फलों का टोकरा भरकर लाता है और उस नेता को दे देता है। नेता उसे रुपए देना चाहता है मगर वह जापानी रुपए लेने से इंकार कर देता है और कहता है कि यह बात दोबारा मत कहना कि जापान में फल नहीं मिलते। <br />
अब इन बेचारे रेहड़ी, रिक्शा, ऑटो या चाय वालों को ऐसी देशभक्ति से क्या मतलब। लगातार बढ़ती महंगाई के इस दौर में दो वक्त की रोटी का जुगाड़ हो जाये तो यही बहुत है। रसोई गैस सिलैंडर की कीमतों में 250 रुपए तक बढऩे की खबर सुनने के बाद तो गरीब क्या अमीर भी अपने धंधे में मुनाफे की दर बढ़ाना चाहेगा। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद तेल दामों में वृद्धि की भी खबर है। ऐसे में ऑटो रिक्शा वालों ने अभी से ज्यादा किराया लेना शुरू कर दिया तो क्या खास बात है।<br />
सेना की भर्ती तो बस एक मौका है। मौके का फायदा तो हर कोई उठाता है। ए. राजा को केंद्रीय मंत्री बनने का मौका मिला तो उसने 1 लाख 70 हजार करोड़ का 2जी स्कैम कर डाला। सुरेश कलमाड़ी को कॉमनवेल्थ समिति का प्रमुख बनने का मौका मिला तो उसने 70 हजार करोड़ का घोटाला कर दिया। देशभक्त अन्ना हजारे को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने का मौका मिला तो उन्होंने देश को जोड़ा। मगर, यूपीए सरकार को मौका मिला तो उसने अन्ना हजारे के आंदोलन को ही दबा दिया। ये तो मौके की बात है। मौके का फायदा तो हर कोई उठाता है, फिर इन बेचारे गरीब रेहड़ी, चाय या ऑटो वालों ने कौन सा गुनाह कर डाला। </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-82516019632010594752012-02-14T03:23:00.000-08:002012-02-13T13:53:51.911-08:00फौज, फौजी और हरियाणा<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjonWElj47nIdZ7sNZWXswXL5A3rcEUeG7CDK-Sv2pBekhWX15W1O78fh6EUufPyHYE6XB2rrGkBLQFGRY1MRfh8chx4povdOeC3YXahOW1YgbYfAfwB0Kvn6K0AFOZLRHj8YxZefH2Fsnn/s1600/Indian-Army211.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" height="176" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjonWElj47nIdZ7sNZWXswXL5A3rcEUeG7CDK-Sv2pBekhWX15W1O78fh6EUufPyHYE6XB2rrGkBLQFGRY1MRfh8chx4povdOeC3YXahOW1YgbYfAfwB0Kvn6K0AFOZLRHj8YxZefH2Fsnn/s200/Indian-Army211.jpg" width="200" /></a></div><b>हरियाणा</b>: यह शायद प्रदेश में हो रहे ओधौगिक विकास का ही असर है की एक ओर तो भारतीय सेना के उच्चाधिकारी सेना में भर्ती के लिए युवाओं की बाट जोह रहे है और दूसरी तरफ उनकी आशा के विपरीत मात्र 30 प्रतिशत प्रतिभागी ही भर्ती में हिस्सा लेने के लिए पहुँच रहे है. एक समय होता था जब भारतीय फौज में हरियाणा का दबदबा होता था. जाट लैंड के युवा फौजी बनने में गर्व महसूस करते थे. भारतीय फौज में हरियाणा का नाम जहाँ सबसे ऊपर होता था वहीँ युद्ध के समय हरियाणा के फौजी भी सबसे आगे होते थे. शायद ही ऐसा कोई युद्ध रहा हो जिसमे हरियाणा के वीरों ने अपना व् प्रदेश का नाम रोशन नहीं किया हो. लेकिन आज स्थिति यह है की हरियाणवी युवाओं में फौजी बनने को लेकर रुझान घट रहा है.<br />
यहीं कारण है की सेना के आलाधिकारी जहाँ फतेहाबाद जिले से 6000 से अधिक प्रतिभागी आने की उम्मीद जता रहे थे वहीँ फतेहाबाद से मात्र 2300 प्रतिभागी ही सेना का भर्ती टेस्ट देने के लिए पहुंचे. इसमें भी मजेदार बात यह है की 2300 में से भी केवल 120 युवक ही सेना का फिजिकल टेस्ट का पहला चरण पूरा कर पाए. जो औसतन 0.5 प्रतिशत रहा. ऐसा ही कुछ हाल जींद जिले का भी रहा. भले ही जींद के युवा फतेहाबाद जिले के युवाओं से मोर्चा मार गए हो लेकिन सेनाधिकारियों की उम्मीदों पर खरा उतरने में वो भी नाकामयाब रहे. जींद से 4500 प्रतिभागी फौज में भर्ती होने के लिए हिसार पहुंचे थे लेकिन 400 युवा ही टेस्ट का पहला चरण पार कर पाए. जिसका औसतन लगभग 10 प्रतिशत रहा.<br />
एक ओर जहाँ ओधौगिक व् व्यापारिक विकास के चलते पानीपत, करनाल, फरीदाबाद, गुडगाँव व् अम्बाला जिले के युवाओं का रुझान सेना के प्रति कम हो चुका है वहीँ सेना को हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी व् फतेहाबाद जिले के युवाओं का सेना में भर्ती होने के लिए बेसब्री से इन्तजार रहता है. इस पर भी अगर कुल 0.5 या 10 फीसदी युवा ही फिजिकल टेस्ट पास कर पाएंगे तो वो दिन दूर नहीं जब हरियाणा के साथ वीरों की धरती का नाम जुड़ना बंद हो जायेगा. सेना में भर्ती के लिए युवाओं की घटती संख्या जहाँ दुःखदायी है वहीँ यह शायद हरियाणा का दुर्भाग्य ही है की बीते वर्ष सिरसा में हुए वायु सेना के भर्ती टेस्ट से वापिस लौट रहे युवाओं ने रेलगाड़ी में सफ़र कर रही एक लड़की के कपडे तक फाड़ दिए थे. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-44986813278989427692012-02-14T01:26:00.000-08:002012-02-13T11:56:36.418-08:00हमाम में सभी नंगे है<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj6sQuHlJYj-hCFMHAjUaXDXH828ywthw9RDk-hJBAFgStFtPCjykHVXqXD87RoDt-yuT-q1alpwpmDdGsvJDoa4W6ECU_rDz-CWA8wJVF0bDC2HVm5Aa9pSuEyDasq_DEhHhvzBeazA1xa/s1600/Spl+Report1.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="200" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj6sQuHlJYj-hCFMHAjUaXDXH828ywthw9RDk-hJBAFgStFtPCjykHVXqXD87RoDt-yuT-q1alpwpmDdGsvJDoa4W6ECU_rDz-CWA8wJVF0bDC2HVm5Aa9pSuEyDasq_DEhHhvzBeazA1xa/s200/Spl+Report1.jpg" width="200" /></a></div><div style="text-align: left;"><b>राष्ट्रीय</b>: अक्सर सुनने में आता था की राजनीति गंदी हो चुकी है. यह सुन मैं अचरज में पड़ जाता की आखिर राजनीति गंदी कैसे हो सकती है. क्योंकि राजनीति में आने वाला हर नेता तो सफ़ेद कुर्ता-पजामा पहनता है. यहाँ तक की सफ़ेद टोपी भी उसके सिर पर होती है. अगर राजनीति गंदी होती तो नेता सफ़ेद कुर्ता-पजामा नहीं पहनते, जबकि नेता तो अपने परिधान पर दाग तक नहीं लगने देते. फिर मैं यह सोच कर चुप हो जाता की शायद सभी मजाक कर रहे है. समय गुजरता गया और पता चलता गया की कभी वोटों के नाम पर तो कभी नोटों के नाम पर, कभी कुर्सी के लिए तो कभी सत्ता सुख के लिए नेता-राजनेता राजनीति को गंदा किये रखते है. </div><div style="text-align: left;">आज समय यह है की एक बार वोट क्या मिले की नेताओं को नोट दिखने लगते है और एक बार कुर्सी क्या मिली की सत्ता सुख का सभी आनंद लेना चाहता है. और जब सत्ता सुख मिल ही गया तो फिर भला उनके कुर्ता-पजामा पर दाग लगे या राजनीति गंदी हो किसी को क्या परवाह. फिर किसी नेता को अपना जमीर बेचना पड़े या जनता की आशाओं को दरकिनार. बस सब कुछ राजनीतिक सा लगने लगता है. अब हाल ही में हुए सैक्स स्कैंडलों को ही देख लो. इन स्कैंडलों के कारण राजनीति में जो भूचाल आया उस पर राजनीति करने से ना भाजपा बाज आ रही है और ना ही कांग्रेस पीछे हटने का नाम ले रही है. </div><div style="text-align: left;">बावजूद इसके आज कांग्रेस दावा करती है की देश में विकास उन्ही की सरकार करवा रही है तो भाजपा कहती है स्वच्छ छवि की सरकार वो ही दे सकती है. जबकि आज यह कहना बड़ा मुश्किल सा लगता है की विकास कौन करवा रहा है और स्वच्छ कौन है. क्योंकि राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मंत्री मदेरणा के कारण जहाँ भंवरी देवी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा वहीँ कर्नाटक विधानसभा में भाजपा विधयाकों द्वारा ब्लू फिल्म देखना भी भाजपा की स्वच्छता को दर्शाता है. इन दोनों ही प्रकरण की मजेदार बात यह है की दोनों ही राजनीतिक दल अपनी-अपनी करतूत भूल कर आज एक-दूसरे की टांग खिंच रहे है. </div><div style="text-align: left;">अभी बात हो रही थी राजनीति के गंदा होने की. लेकिन लगता है की आज इसकी भी परिभाषा भी बदल चुकी है. क्योंकि जिस तरह से एक के बाद एक राजनीतिक दल व् नेता कभी धन को लेकर तो कभी भ्रष्टाचार को लेकर, कभी बाहुबल को लेकर तो कभी सैक्स स्कैंडल को लेकर लपेटे में आ रहे है उसे देख तो यही लगने लगा है की आज ना सिर्फ राजनीति गंदी हो चुकी है बल्कि इस हमाम में सभी नंगे है. बावजूद इसके आज गुफ्तगू यह हो रही है की कर्नाटक विधानसभा में हुए प्रकरण पर जो कांग्रेस आज शोर मचा रही है उसी कांग्रेस शासित राजस्थान में तो एक मंत्री से लेकर कितनों ने ही एक महिला को....</div></div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-73107697479328054242012-01-24T01:18:00.000-08:002012-02-17T10:20:30.240-08:00कुर्सी के लिए खुले आम रिश्वत<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh6wXqe2krU1FZyzFEF2KczEJArTBf2NE__exqJWkECXoJ1xJQIgbjOJ974grKamoBD5pATAFTEL7l-PDMdNLrpApKugUlkC3vqk4b5Um71uCg66fZsDd_gZARku1YJ3jFlBwnUfwGHa3hA/s1600/laptop.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="138" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh6wXqe2krU1FZyzFEF2KczEJArTBf2NE__exqJWkECXoJ1xJQIgbjOJ974grKamoBD5pATAFTEL7l-PDMdNLrpApKugUlkC3vqk4b5Um71uCg66fZsDd_gZARku1YJ3jFlBwnUfwGHa3hA/s200/laptop.jpg" width="200" /></a></div><b>देश</b>: बीते वर्ष में जनता देश में फैले भ्रष्टाचार को ख़त्म करने व् विदेशों में जमा हमारा अरबों-खरबों रुपया वापिस लाने के लिए लड़ती रही. जन लोकपाल बिल के लिए तरसती रही. लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला. भला मिलता भी कैसे. क्योंकि जिस देश में कुर्सी के लिए ही रिश्वत चलती हो वहां भला जनता की कौन सुनेगा. भारत के नेताओं को तो बस कुर्सी चाहिए फिर चाहे उसके लिए कुछ भी करना पड़े, कुछ ही कहना पड़े. बात चल रही थी कुर्सी के लिए रिश्वत की. तो जैसा की सभी जानते है की आगामी महीनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है. इसके लिए सभी राजनीतिक दल कमर कस चुके है.<br />
कोई वादों की झड़ी लगा रहा है तो कोई सब्जबाग दिखा कर जनता का वोट हथियाना चाहता है. जिनको इतने भर से भी जीत की उम्मीद नहीं है वो तो जनता को खुलेआम रिश्वत देने तक पर उतर आया है. रिश्वत भी थोड़ी बहुत नहीं अपितु पूरे एक लैपटाप की. अब देखो न उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह ने जीतने के पश्चात जनता को फ्री में लैपटाप देने का वादा किया है तो पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पुत्र सुखबीर बादल ने भी जीत की ख़ुशी में जनता को फ्री लैपटाप देने की हामी भर दी है. ऐसे में गुफ्तगू होना लाजमी था की अब तो कुर्सी के लिए भी खुलेआम रिश्वत चलने लगी है. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-24625933429307877862012-01-23T00:19:00.000-08:002012-01-23T10:23:30.372-08:00पुलिस सही... या अभिभावक गलत ?<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div style="text-align: left;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEif6nfVXUeZQfXsOWDrVpdyPTxJZbHXIv0KWz-1StQGARiwSrIU_JlJ0UCxkZIboK0EXMOAewhxRNllqGCu8ARu755HC2gNa37R0b8WSz7YnKqZiAkR7GkHpHnOA3MWt-XXf2pg9itEfhzx/s1600/3+%25281%2529.JPG" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEif6nfVXUeZQfXsOWDrVpdyPTxJZbHXIv0KWz-1StQGARiwSrIU_JlJ0UCxkZIboK0EXMOAewhxRNllqGCu8ARu755HC2gNa37R0b8WSz7YnKqZiAkR7GkHpHnOA3MWt-XXf2pg9itEfhzx/s200/3+%25281%2529.JPG" width="200" /></a><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEifk8vFmtwSdc7LwFRGCRs3AvYHK1SxQXxZPxoi0doeCP8bE_Mq92Q0o3jyQQPdsxjMiAplHtJ6bCiV_ODE3_ub9keJkaubD3H6jLU8TEcLjbYgryAiAu4acI3XG5xvf62e7PAm1DMPEO1m/s1600/auto_rickshaw.jpg" imageanchor="1" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEifk8vFmtwSdc7LwFRGCRs3AvYHK1SxQXxZPxoi0doeCP8bE_Mq92Q0o3jyQQPdsxjMiAplHtJ6bCiV_ODE3_ub9keJkaubD3H6jLU8TEcLjbYgryAiAu4acI3XG5xvf62e7PAm1DMPEO1m/s200/auto_rickshaw.jpg" width="200" /></a><b>हरियाणा: </b>किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था की एक सुबह जब वो सो कर उठेंगे तो उन्हें एक ऐसा ह्रदय विदारक समाचार सुनने को मिलेगा की ना सिर्फ उनकी आँखे फटी की फटी रह जाएगी बल्कि हरियाणा सरकार की नींद भी खुल जाएगी. फिर भले ही वो अम्बाला में हुए सड़क हादसे में मारे गए स्कूली बच्चों का मामला हो या हिसार में एक ऑटो के पलटने से स्कूली बच्चे की मौत की घटना हो. इसके साथ ही कभी बड़े वाहन की चपेट में आने से किसी साइकिल सवार छात्र-छात्रा की मौत सुनने में आती है तो कभी तेज रफ़्तार से दुपहिया वाहन चलाने वाले स्कूली बच्चे की सड़क दुर्घटना का समाचार. </div>जबकि हाल ही में अम्बाला और हिसार में हुए सड़क हादसों में हुई स्कूली बच्चों की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया. दोनों ही मामले इतने दर्दनाक थे की शासन के साथ-साथ प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई और योजनाबद्ध तरीके से एक के बाद एक कई नियम बना दिए. प्रशासन का डंडा कभी ऑटो चालको पर पड़ा तो कभी वह स्कूली वाहन पर भारी पड़ता दिखाई दिया. स्कूल संचालक भी प्रशासन के इस डंडे से नहीं बच पाए. स्कूली वाहनों को दुरुस्त करने के लिए जहाँ प्रशासन ने कमर कस ली वहीँ नए साल का आगाज होते ही प्रशासन ने सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने का भी मन बनाया.<br />
एक दौर शुरू हुआ प्रशासन के आदेशों का. दुर्घटनाओं से निपटने के लिए ऑटो में 6 सवारियों से अधिक नहीं बैठाने को लेकर ऑटो चालकों और प्रशासन के बीच लम्बी लड़ाई चली तो कभी अधिकारियों ने फूल देकर स्कूली ऑटो को समझाने का प्रयास किया. कभी स्कूलों से स्वयं का वाहन खरीदने का आह्वान किया गया तो कभी भेड़ बकरियों की तरह बच्चों को ठूसे स्कूली वैन के चालान किये गए. यहाँ तक की प्रशासन ने स्कूल संचालको की बैठके आयोजित कर निर्देश दिए गए की स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने के लिए एक योजना तैयार करे जिससे बच्चों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके.<br />
प्रदेश भर के हर जिले में स्कूली बच्चों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा देरी से उठाया गया यह कदम नए साल के आगाज के लिए तो अच्छा है लेकिन इसके परिणाम आने अभी बाकी है. क्योंकि आज भी प्रतिदिन किसी न किसी स्कूली वाहन का चालान किया जा रहा है तो कभी ऑटो स्कूली बच्चों से खचाखच भरे दिखाई देते है. बावजूद इसके आज पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही यह कार्यवाही तो सभी को रास आ रही है लेकिन यह बात किसी के गले नहीं उतर रही की जब पुलिस इतना कर रही है तो आखिर अभिभावक अभी तक क्या कर रहे है.<br />
स्कूल भेजने की आपाधापी में जहाँ आज भी अभिभावक अपने लाडलों को खचाखच भरे ऑटो से स्कूल भेजने में नहीं हिचकिचा रहे वहीँ भेड़ बकरियों की तरह ठूस-ठूस कर भरी गई स्कूल वैन में अपने बच्चों को भेजने से उनको कोई परहेज नहीं है. इसके साथ ही किसी दुर्घटना की परवाह किये बिना कभी स्कूल तो कभी ट्युसन के नाम पर कम उम्र के बच्चों को दुपहिया वाहन थमा दिया जाता है. अभिभावकों के इस कदम से और पुलिस प्रशासन की इस कार्यवाही से यह गुफ्तगू अब आम हो गई है की आज जो हो रहा है उसमे पुलिस सही है या अभिभावक गलत है ? सोचना आपको है और करना भी आपको. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-57731886961728079272012-01-20T00:52:00.000-08:002012-01-20T11:22:29.571-08:00...और अब कालिख युग<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div style="text-align: left;"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhHfts_NszXxAs_yGIUyFrKqvMPijQGB5TMDxUc7jnRY4nqUGD85FCKV6wzmQESuiE0McqJd6Wsx-1PDi7wMVi3H2Qkg9KHfbcg3zgrw3C1USZw5GWzUV-sGj9kwZqtVxVbkzG0XMuyDJwS/s1600/sonia-poster_350_011612054641.jpg" imageanchor="1" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" height="128" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhHfts_NszXxAs_yGIUyFrKqvMPijQGB5TMDxUc7jnRY4nqUGD85FCKV6wzmQESuiE0McqJd6Wsx-1PDi7wMVi3H2Qkg9KHfbcg3zgrw3C1USZw5GWzUV-sGj9kwZqtVxVbkzG0XMuyDJwS/s200/sonia-poster_350_011612054641.jpg" width="200" /></a></div><div style="text-align: left;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgZT87iwKfr_WnvjUo868z1Z_Pi9B1GWYcPWdVoPrviTA1cXUquge_yOwXTOPDA04DiUsswxtijEqivJ-8yWMiQIFSydEgkVARkg-HOm4w0Ns-IHhANU-4GrBiMuo-XrCYDMY0pUxT9jMSO/s1600/thumb.cms.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="200" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgZT87iwKfr_WnvjUo868z1Z_Pi9B1GWYcPWdVoPrviTA1cXUquge_yOwXTOPDA04DiUsswxtijEqivJ-8yWMiQIFSydEgkVARkg-HOm4w0Ns-IHhANU-4GrBiMuo-XrCYDMY0pUxT9jMSO/s200/thumb.cms.jpg" width="138" /></a><b>राष्ट्रीय</b>: किसी को क्या पता था की अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज बुश पर जो जूता ईराक में फेंका जा रहा है वो भारतियों के लिए वरदान साबित होगा. पता नहीं क्यों भारत की जनता ने नेताओं पर जूता फेंकने को हाथो हाथ अपनाया. शायद हमारे नेताओं में ही कोई कमी रही होगी की नेताओं पर जूता फेंकने का रिवाज ऐसा चला की केंद्रीय नेताओं से लेकर मुख्यमंत्री हो या फिर मात्र सांसद. जनता ने किसी को नहीं बक्शा. फिर भले ही पूर्व गृह मंत्री पी. चितंबरम हो या हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा या हो कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल. जूता खाने वाले हर नेता को जनता ने यह बताने का प्रयास किया की उसके राज में कुछ गलत हो रहा है. </div><div style="text-align: left;">भारत में जब जूता फेंकने का दौर शुरू हुआ तो उस समय लोकसभा चुनाव सिर पर थे. यही कारण था की लोगों को और अधिक मौका मिला जूता फेंकने के माध्यम से नेताओं के खिलाफ अपनी भड़ास निकालने का. जनता ने इसका भरपूर फायेदा भी उठाया तो विपक्ष ने भी खूब तालियाँ बजाई. अब फिर एक बार जनता को मौका मिला है अपनी बात कहने का. नए और अनोखे तरीके से मेरे देश के नेता आम आदमी की बात को अब कैसे सुनते है और उस पर क्या कार्यवाही करते है वो तो समय के गर्भ में है लेकिन इतना जरुर है की पहले जो बात जूता फेंकने के बाद कहीं जाती थी वो अब स्याही या कालिख पोतने के बाद कही जाएगी. </div><div style="text-align: left;">अब देश में ऐसा पहली बार हुआ की काले धन को देश में वापिस लाने, भ्रष्टाचार को जड़ से ख़त्म करने व् जन लोकपाल बिल पर कांग्रेस सरकार की नींद उड़ाने वाले बाबा रामदेव पर काली स्याही उछाल दी गई. बस फिर क्या था पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं के खिलाफ जनता को मिल गया एक और रामबाण. अभी बाबा पर स्याही फेंके कुछ ही दिन बीते थे की दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर लगे बोर्ड पर छपे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के फोटो पर किसी ने कालिख पोत दी. गुफ्तगू हो रही है की लोकसभा चुनाव के जूता युग के बाद अब विधानसभा चुनावों के दौरान कहीं कालिख युग शुरू ना हो जाएँ. </div></div></div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-79892456526300584502012-01-15T01:06:00.000-08:002012-01-15T11:36:28.914-08:00योजनाएं तो बनती ही खाने के लिए है<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFXkcGu628xkukr8ZTjDVkXM6DL_TK1eAA18x0CmxAIULHdTN2EnAylz2GHBlvLD3F6DvXN8-0MINsup8Lstsgjs6ll_2N2ptSxSv84a9EHKQ4xVFWhzAdgGzhaXf7IPNrAw-R9m4uM7yB/s1600/paisa.bmp" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="200" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjFXkcGu628xkukr8ZTjDVkXM6DL_TK1eAA18x0CmxAIULHdTN2EnAylz2GHBlvLD3F6DvXN8-0MINsup8Lstsgjs6ll_2N2ptSxSv84a9EHKQ4xVFWhzAdgGzhaXf7IPNrAw-R9m4uM7yB/s200/paisa.bmp" width="200" /></a><br />
<b>राष्ट्रीय</b> : राजीव गाँधी जी अक्सर अपनी जनसभाओ में एक बात पुरजोर से कहते थे की सरकार द्वारा शुरू की गई किसी भी योजना का 25 प्रतिशत हिस्सा ही जनता तक पहुँच पाता है जबकि बाकी का पैसा तो बीच रास्ते में ही ख़त्म कर दिया जाता है. शायद सही ही कहते थे वो. आज देश के लगभग हर प्रदेश में यही हो रहा है. बात करे केंद्र सरकार की तो वो भी राजीव गाँधी जी के इस कथन से अछूती नहीं है. आज केंद्र सरकार द्वारा भी शुरू की गई किसी भी योजना का पूरा-पूरा लाभ जनता तक नहीं पहुँच पा रहा है.<br />
कामनवेल्थ गेम्स हो या आदर्श सोसाईटी घोटाला या फिर हो 2 जी स्पेक्ट्रम मामला. सभी को पता है की इन सभी योजनाओं का कितना पैसा जनता के हित में खर्च हुआ और कितना ही पैसा बीच रास्ते में ही लुटा दिया गया. नेताओं व् भ्रष्ट अधिकारियों के लिए यह कोई पहला मौका था की उन्हें योजनाओं के तहत पैसा खाने का अवसर मिला है. लेकिन इतना जरुर है की बीते वर्ष में जितनी तादात में पैसा खाया गया उसे देख अब यह गुफ्तगू आम हो गई है की आज योजनायें बनती ही पैसा खाने के लिए है.<br />
सड़क निर्माण हो या स्ट्रीट लाईट या हो सीवरेज व्यवस्था का रख-रखाव. सरकार या प्रशासन द्वारा चलाई गई हर योजना को शुरू करने से पहले यह हिसाब लगाया जाता है की इस योजना से कितना पैसा खाना है. हरियाणा सरकार की कन्यादान योजना के तहत मिलने वाले 31000 रूपए हो या मकान अनुदान योजना के तहत मिलने वाले 50000 रूपए या हो बुढ़ापा पेंशन वितरण, जनता तक कोई भी रकम भी पूरी नहीं पहुँच रही. कॉमनवेल्थ गेम्स घोटालें की आग में जहाँ दिल्ली की मुख्यमंत्री शिला दीक्षित के हाथ भी जल चुके है वहीँ बिहार के विकास के पुरोधा नितीश कुमार की सरकार भी विवादों के घेरे में आ चुकी है.<br />
प्रदेश की गरीब लड़कियों को साइकिल बांटने की योजना का फैसला तो एक अच्छा कदम था लेकिन भ्रष्ट अधिकारीयों को मौका मिल गया पैसा खाने का. ऐसे में देश का आगे क्या होगा यह तो समय के गर्भ में है लेकिन इतना जरुर है की सभी को यह अवश्य पता चल गया है की आज सरकारी योजनायें तो बनती ही पैसा खाने के लिए है. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-64251011396332093072012-01-09T00:30:00.000-08:002012-01-08T11:00:33.083-08:00रणनीति में भविष्य या भविष्य की रणनीति<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgs-gwK5zPz0uN-DWhYnkdOhkV4xeRHSEE2muswfI1FHTuAHo7TSL9vilrYqkfVMtQD03whjj8KTlH5W_zNvvGl5dT8TZhn1HIi8RCgyvc7_Xujm3RqF68FrZt1hSeE45TxZi-eAFsPk696/s1600/anna+5.bmp" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="186" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgs-gwK5zPz0uN-DWhYnkdOhkV4xeRHSEE2muswfI1FHTuAHo7TSL9vilrYqkfVMtQD03whjj8KTlH5W_zNvvGl5dT8TZhn1HIi8RCgyvc7_Xujm3RqF68FrZt1hSeE45TxZi-eAFsPk696/s200/anna+5.bmp" width="250" /></a></div>हर वर्ष की भांति साल 2011 भी गुजर गया. जिस तरह हम सभी ने इस वर्ष के आने की ख़ुशी मनाई थी उसी तरह इसके जाने की भी उतनी ही ख़ुशी मनाई. मेरे ऐसा कहने के कारण बहुत से रहे लेकिन मुख्य कारण रहा की पूरा वर्ष जहाँ एक के बाद एक भ्रष्टाचार की परते खुलती रही वहीँ पूरा साल हमने भ्रष्टाचार से लड़ने में गुजार दिया. इतना जरुर है की 2011 में भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जनता एक मत होकर सड़को पर अवश्य उतरी. इसी कारण रहा की कभी हमने बाबा रामदेव के काले धन को वापसी लाने की आवाज को बुलंद किया तो कभी स्वामी अग्निवेश की भ्रष्टाचार विरोधी मुहीम में हम शामिल हुए. जबकि लोकपाल बिल के समर्थन में समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन को देश के राजनीतिज्ञ और जनता अभी तक भूले नहीं है.<br />
देश से भ्रष्टाचार को ख़त्म करने व् लोकपाल बिल को लागू करवाने के लिए कुछ जाने-माने लोगों ने एक रणनीति के तहत काम किया. यह इस रणनीति का ही कमाल ही था की जनता को अपना भविष्य उज्जवल दिखाई देने लगा. फिर भले ही वो अनशन का मौका हो या फिर कैंडल मार्च या हो बाजार बंद का आयोजन. लोकपाल बिल के समर्थन में पूरे देश ने अपनी आहुति डाली. एक बारगी तो आम जनता ने भ्रष्टाचार विरोधी मुहीम की रणनीति से भविष्य के सपने संजोने आरम्भ कर दिए थे. ऐसा लगने लगा था की या तो अब देश में भ्रष्टाचार कुछ ही दिनों का महमान है या फिर यह भ्रष्ट सरकारे. हर एक आयोजन से जहाँ सरकार की खूब किरकिरी हुई वहीँ राजनीति में भी उहापोह की स्थिति बनी रही.<br />
आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला आरम्भ हुआ तो राजनीति और भ्रष्टाचार के गढ़े मुर्दे भी उखड़ने लगे. कभी बाबा रामदेव पर राजनीतिक प्रहार हुए तो कभी अरविन्द केजरीवाल व् किरण बेदी पर सरकारी खजाने को नुक्सान पहुँचाने के आरोप. कभी प्रशांत भूषण पर हमला तो कभी अनशन को लेकर हंगामा हुआ. राजनीतिक दल बाहर तो एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे लेकिन भ्रष्टाचार व् लोकपाल बिल पर संसद में सभी भाई-बहन की तरह बैठे दिखाई दिए. हर किसी ने भ्रष्टाचार के विरोध में हर एक मुहीम की काट की जुगत बैठानी आरम्भ कर दी थी. इसी का नतीजा था की भ्रष्टाचार व् लोकपाल बिल पर काम कम और बात ज्यादा होने लगी. रणनीति एक मुद्दा बन गई और लोग इस से उबने लगे.<br />
चुनावों के दौरान कांग्रेस की खिलाफत करने की रणनीति हो या मुंबई में अनशन. जनता अन्ना हजारे से किनारा करने लगी. संसद की कार्यवाही के दौरान जनता समझने लगी थी की जिस रणनीति में वो अपना भविष्य संजो रही है वो कामयाब होने वाली नहीं है. नेता चाहते ही नहीं की उनके ऊपर कोई लोकपाल व् कानून बने. जब करना ही इन नेताओं को है तो समय खराब करने से क्या फायेदा. ऐसा नहीं है की जनता चाहती नहीं की देश में लोकपाल बिल आये लेकिन वो आज एक बार फिर टीम अन्ना की ओर एक आशा भरी नजरों से देखने लगी है. भले ही संसद के इस सत्र में लोकपाल बिल पास ना हुआ हो लेकिन मजबूत लोकपाल बिल लाने के लिए आज जरुरत है तो भविष्य की रणनीति बनाने की. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6425997256662985667.post-50822251946249052892012-01-02T02:34:00.000-08:002012-01-02T13:04:48.212-08:002011 - शर्मसार कर गया हमको<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhYUSZHrJkIeQMIm73xVbsW-RIx6iCOV4qdz3lYj4Wfo49dn8j49pvJUviVgnjrvbA_AQEiZsaXBEbZNb9m893lfGpEpd-CFuYI6l0iTJFiwr1y_hSMlQsLSkafPqcKW-nt5LLeLPoV-7Nc/s1600/IMG_8054.JPG" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="212" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhYUSZHrJkIeQMIm73xVbsW-RIx6iCOV4qdz3lYj4Wfo49dn8j49pvJUviVgnjrvbA_AQEiZsaXBEbZNb9m893lfGpEpd-CFuYI6l0iTJFiwr1y_hSMlQsLSkafPqcKW-nt5LLeLPoV-7Nc/s320/IMG_8054.JPG" width="320" /></a>खट्टी - मीठी यादों के साथ साल 2011 हमको अलविदा कह गया. बहुत सी यादें छोड़ गया तो बहुत कुछ करने को सपने दे गया. लेकिन जाते-जाते यह हिसारवासियों को शर्मसार कर गया. शर्मसार सिर्फ इसलिए नहीं की हिसार ए फिरोजा की धरती पर साल गुजरते-गुजरते गुंडागर्दी के साथ-साथ जम कर तोड़-फोड़ हुई बल्कि यह दूसरा मौका था जब देश की "ए" ग्रेड यूनिवर्सिटी में "सी" ग्रेड काम हुआ. 31 दिसंबर की रात से पहले कुछ माह पूर्व जब गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में कुछ गैर शिक्षक कर्मचारियों ने शिक्षकों को पीटा, उसे देख यह गुफ्तगू आम थी की कौन कह सकता है की यह तकनीकी विश्वविद्यालय "ए" ग्रेड विश्वविद्यालय की श्रेणी में आता है. जबकि 31 दिसंबर की रात 11:59 पर गुजवि में जो कुछ हुआ वो वाकई शर्मसार करने वाला था. <br />
देश के कोने-कोने से गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में पढने आये छात्रों को उनके परिजनों ने मात्र इसलिए भेजा था की हिसार ए फिरोजा की धरती पर जाकर उनके बच्चे अच्छे संस्कारों के साथ अपने उज्जवल भविष्य का आइना देखेंगे, लेकिन उन्हें क्या पता था की शराब के नशे में धुत उनके बच्चे 50 से अधिक कमरों के शीशे, दरवाजे तोड़ देंगे. इस दौरान आरोपी युवकों ने ना सिर्फ होस्टल वार्डन के कमरे, स्नानघर, कैंटीन सहित सभी जगह के बिजली उपकरणों सहित सारे सामान की तोड़ फोड़ की बल्कि बाद में टूटे सामान को होस्टल के बाहर ले जाकर उसे जला दिया. होस्टल नंबर 1 में नव वर्ष के आगमन पर हास्टल में रहने वाले और बाहर से आए युवकों ने खूब गुंडागर्दी और दहशतगर्दी फैलाई.<br />
हास्टल में गुंडागर्दी और दहशत फैलाने वाले युवकों को जो सामान सामने दिखा उसे तोड़ते चले गए. उनकी जुबान से एक ही बात निकल रही थी कि यहां के हम हैं डॉन, और नए साल का जश्न डॉन ऐसे ही मनाते हैं. यह घटना जितनी शर्मनाक है उससे भी ज्यादा शर्म की बात तो यह है की गुजवि प्रशासन ने विश्वविद्यालय में पढने वाले हजारों बच्चो की परवाह किये बिना अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया. हालांकि जिस हास्टल में यह वारदात हुई उस हास्टल के सैकड़ो बच्चे इस घटना के गवाह है. इतना ही नहीं इस वारदात के प्रत्यक्षदर्शी वो सुरक्षा कर्मी भी है जो रात को डयूटी पर तैनात थे. मजेदार बात तो यह है की प्रशासन ने यह जानने का प्रयास तक नहीं किया की तोड़-फोड़ और गुंडागर्दी करने वाले युवक आखिर कौन थे. </div>सूर्य गोयलhttp://www.blogger.com/profile/13493718163827231134noreply@blogger.com1