Wednesday, April 02, 2025

साख खोती कांग्रेस


लोकसभा चुनावो के मद्देनज़र गठबंधन आज की जरुरत बन गया हैदेश के सभी राजनितिक दल इस बात सेभलीभांति वाकिफ हैयही करण है की आज देश में बेमेल मिलन का दौर शुरू हो चुका हैजो प्रतिद्वंदी दल औरउनके नेता कल तक एक दुसरे को फूटी आँख नही सुहाते थे वो आज गले मिल रहे हैहरियाणा में इनलो-भाजपाऔर बिहार में लालू-पासवान का मिलन इस बात का उदहारण हैलेकिन हम कुछ नही कर सकते क्योकि सभीको राजनीति का इक्का जो बनना है जनता का क्या हैइसको तो जैसा कहेंगे वैसा ही मान लेंगीलेकिन इससमय जो गठबंधन हो रहे है उस से इतना जरुर है की कांग्रेस इस समय हाशिये पर गई हैदेश की सबसे बड़ीपार्टी होने का दावा कर रही कांग्रेस यह भूल गई है की वह कुर्सी पाने के चक्कर में बैकफुट पर जा रही हैविश्व कीसबसे बड़ी पंचायत में 543 सांसद है जिसमे से 200 से अधिक कांग्रेस के हैलेकिन वर्तमान परिदृश्य में जोगठबंधन हो रहे है उसमे सहयोगी दल अपना फायदा खोज रहे हैयही करण है की आगामी लोकसभा में कांग्रेस केसांसदों की संख्या कम होती नज़र रही हैवह बात अलग है की फिर भी कांग्रेस अपना प्रधानमंत्री बनाने मेंकामयाब रहेलेकिन अगर गलती से भी कोई गलती हो गई और सहयोगी दल ने कुर्सी के लालच में कोई भी खेलखेल दिया तो कांग्रेस कही की नही रहेगीताज़ा राजनीति को देख फिलहाल तो यही देखने को मिल रहा है की देशमें राजनितिक संकट अपने चरम पर हैस्पष्ट देखा जा सकता है की सब पार्टियों का कोई कोई नेता अपने कोइक्का साबित करने में जुटा हैअब आप ही देख लो की हरियाणा में कांग्रेस के 9 सांसद है लेकिन सट्टा बाज़ारअब 7 सीट ही कांग्रेस की दिखा रहा हैवही बिहार में भी लालू यादव और राम बिलास पासवान ने जो खेल खेला हैउससे भी कांग्रेस सकते मे है

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