जब नोट बरसने लगे


जादू एक कला है और इस कला को सही तरीके से प्रस्तुत करने के लिए जरुरी है जादूगर के हाथ की सफाई. इस बात से शायद सभी भली-भांति वाकिफ भी है. लेकिन इतनी सफाई की मात्र दो कदम की दूरी पर एक जादूगर बैठा हो और एक ही पल में उसके हाथो से नोटों की बरसात होने लगे. एक पल तो ऐसे लगा की जैसे भले ही नोटों की माला माया के पास है लेकिन नोटों की माया तो इसी के पास है. यही कारण था की एक के बाद एक कभी 1000 के तो कभी 500 के नोट झम-झम कर उसके हाथो से उड़ रहे थे. अभी हम इस नजारे की फोटो खिंच कर अपने कैमरे संभाल ही रहे थे की एक फोटो पर हमारा ध्यान अटक गया. कारण था की जादूगर की हाथ की सफाई जो पकड़ में आ गई थी. एक फोटो में लगा की यह जो भोला सा 25 वर्षीय नौजवान युवक जादूगर मंगल तारा हमारे सामने इतनी सफाई से अपनी कला प्रस्तुत कर गया वाकई वो एक दिन देश और इस कला का नाम रोशन करेगा.
आप सभी अपनी नजर मेरे इस हाथ पर रखे. फिर यह मत कहना की यह अजूबा कैसे हो गया. हम सभी उसके उलटे हाथ की और देखने लगे लेकिन किसी को यह ज्ञात ही नहीं रहा की उसका सीधा हाथ क्या कर रहा है. लेकिन कैमरे अपना काम बखूबी कर रहे थे. इसलिए यह पता चल गया की जब एक जादूगर दर्शको को कुछ देखने की बात करता है उसी पल वो अपनी कला और सफाई को अंजाम दे जाता है. 13 साल की उम्र में गुजरात के जादूगर मंगल से प्रभावित हुआ राजस्थान के गंगानगर का रहने वाला दीपक मुजराल 15 साल की उम्र से जादूगरी की दुनिया में अपना कमाल दिखा रहा है. भारत के अनेको प्रदेशो में अपनी कला का लोहा मनवा चुके मंगल तारा सिंगापुर और मारीशस में भी अपनी प्रस्तुति दे चुके है. उन्हें इस बात की ख़ुशी है की कारगिल युद्ध के दौरान अपनी कला का प्रदर्शन कर वो देश के कुछ काम आ सके.
आज अपने एक शो के दौरान वो लगभग दो दर्जन से अधिक जादू पेश करते है लेकिन इनमे से छत के पंखे को मेज पर चलाना उनकी मुख्य प्रस्तुति में शामिल है. उनका कहना है की वो अपने प्रत्येक जादू से दर्शको को कोई ना कोई सन्देश देना चाहते है. उन्होंने बताया की आँखों पर पट्टी बांध कर मोटरसाइकिल चलाने के पीछे उनका यही सन्देश है की जब वो बिना आँखों के कोई दुर्घटना किये बिना सड़क पर चल सकते है तो आँख होते हुए भी कोई चालक दुर्घटना कैसे कर जाता है. उन्होंने कहा की जनता को वाहन चलाने के समय मोबाईल उपयोग नहीं करना चाहिए.साथ ही उन्होंने बताया की एक प्रस्तुति उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या पर रखी है. इसमें वो एक लड़की को हवा में गायब कर देते है. जिसके बाद उनका सन्देश होता है की अगर एक दिन ऐसे ही लडकिया ख़त्म हो गई तो माँ-बहन कहा से लाओगे. अपने इसी संदेशो के बूते पर वो हरियाणा सरकार से मनोरंजन टेक्स माफ़ी की अपील भी करते है.

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1 आपकी गुफ्तगू:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

जादूगर मंगल तारा से परिचित कराने के लिए धन्यवाद!

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